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आंध्र प्रदेश सरकार ने कर्नाटक की सारला एविएशन के साथ साझेदारी कर भारत का पहला गीगा-स्केल इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम स्थापित करने की योजना बनाई है। यह सुविधा दुनिया के सबसे बड़े eVTOL (Electric Vertical Take-Off and Landing) प्रोडक्शन सेंटर्स में से एक होगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू द्वारा दो साल के भीतर राज्य में ड्रोन टैक्सी शुरू करने की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद यह अपडेट सामने आया है।
यह फैक्ट्री अनंतपुर में तैयार की जाएगी और इसे कैलिफोर्निया और म्यूनिख जैसे ग्लोबल एडवांस्ड एयर-मोबिलिटी हब्स की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को ‘Sky Factory’ नाम दिया गया है और इसमें ₹1,300 करोड़ का निवेश होगा। यह दुनियाभर में सबसे महत्वाकांक्षी eVTOL प्रोजेक्ट्स में से एक है। सरला एविएशन को फंडिंग Accel से मिली है।
CII पार्टनरशिप समिट 2025 के दौरान सरला एविएशन और आंध्र प्रदेश एयरपोर्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (APADCL) ने एक बड़ा MoU साइन किया, जिससे भारत का पहला इंटीग्रेटेड eVTOL क्लस्टर बनाने का रास्ता साफ हुआ। नायडू ने समिट में कहा था कि दो साल में राज्य में ड्रोन टैक्सी दौड़ेंगी।
प्रोजेक्ट के पहले चरण में ₹330 करोड़ का निवेश होगा। इसमें थिम्मासमदुरम (कल्याणदुर्ग मंडल) में 150 एकड़ का मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग कैंपस होगा। इसमें अत्याधुनिक प्रोडक्शन लाइनें, R&D सेंटर, कंपोजिट लैब्स, और DGCA-प्रमाणित फ्लाइट टेस्टिंग के लिए 2 किलोमीटर का रनवे होगा। ये पूरा इकोसिस्टम बनाने, टेस्ट करने, सर्टिफाई करने और मेंटेन करने की सुविधा देगा।
साल 2027 तक इस प्रोजेक्ट से 40 हाई-स्किल जॉब्स पैदा होगी। इसमें 140 अप्रत्यक्ष नौकरियां होंगी। इसके अलावा फेज-2 में 350 एकड़ और जोड़े जाएंगे।
इस प्रोजेक्ट के पूरी तरह ऑपरेशनल होने के बाद यह Sky Factory दुनिया के सबसे बड़े eVTOL प्रोडक्शन सेंटर्स में से एक होगी। इसमें सालाना 1,000 तक अगली पीढ़ी के एयरक्राफ्ट, “शून्य” हाइब्रिड VTOL, भारतीय तकनीक से बने इलेक्ट्रिकल हार्नेस सिस्टम, लैंडिंग-गियर असेंबली और उन्नत कंपोजिट स्ट्रक्चर शामिल है।
सरला एविएशन के को-फाउंडर और CTO राकेश गोंकार ने कहा, “हम दुनिया की सबसे बड़ी Sky Factory बनाकर भारत को अगली उड़ान क्रांति का नर्व सेंटर बनाना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य है, भारत एक ही कैंपस से दुनिया के सबसे उन्नत eVTOL सिस्टम डिजाइन, बनाना, टेस्ट, उड़ाना और ऑपरेट कर सके।” APADCL सरकार की ओर से परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
यह साझेदारी आंध्र प्रदेश को अडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, एयरोस्पेस इनोवेशन और ग्रीन मोबिलिटी का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में अहम कदम है।
सरला एविशएन की 2023 में स्थापना हुई थी। यह 2029 में कमर्शियल उड़ान का लक्ष्य लेकर चल रही है। 2023 में वैश्विक eVTOL विशेषज्ञों द्वारा स्थापित Sarla Aviation एक 6-सीटर इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी बना रही है, जो भारत के बड़े शहरों में यात्रा समय को कई गुना कम कर देगी।