ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एमेजॉन ने आज कहा कि उसने पिछले 10 वर्षों में भारत से 20 अरब डॉलर के कुल निर्यात लक्ष्य को पार कर लिया है और अब कंपनी की नजर साल 2030 तक 80 अरब डॉलर के निर्यात पर है। साल 2015 में शुरू किए गए एमेजॉन ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम के तहत कंपनी अब तक 2,00,000 से ज्यादा निर्यातकों को पंजीकृत कर चुकी है, जो 75 करोड़ से ज्यादा घरेलू उत्पाद बेचते हैं। पिछले एक साल में कंपनी के कुल विक्रेता आधार में 33 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है।
साल 2020 में एमेजॉन ने साल 2025 तक 10 अरब डॉलर के ई-कॉमर्स निर्यात की योजना बनाई थी, जिसे बाद में उसी समयावधि में संशोधित कर 20 अरब डॉलर कर दिया गया। कंपनी के अनुसार 10 वर्षों ( साल 2015 से 2025 के बीच) की सबसे ज्यादा चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल (45 प्रतिशत), सौंदर्य (45 प्रतिशत), खिलौने (44 प्रतिशत), घरेलू (39 प्रतिशत), परिधान (37 प्रतिशत) और फ़र्नीचर (36 प्रतिशत) जैसी श्रेणियों में देखी गई है।
एमेजॉन ग्लोबल सेलिंग इंडिया के प्रमुख श्रीनिधि कलवापुडी ने कहा, ‘यह रफ्तार भारतीय कारोबारों की महत्वाकांक्षा और वैश्विक व्यापार में ई-कॉमर्स निर्यात की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। इस सफलता के आधार पर साल 2030 तक अपने 80 अरब डॉलर के कुल ई-कॉमर्स निर्यात लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए हम तकनीकी नवाचार, क्षमता निर्माण और पारिस्थितिकी तंत्र साझेदारी के जरिये वैश्विक बिक्री को सरल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हम भारत सरकार के साल 2030 तक 200 से 300 अरब डॉलर तक पहुंचने के लक्ष्य के अनुरूप भारत के ई-कॉमर्स निर्यात विकास को सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
एमेजॉन के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ इस कार्यक्रम के तहत शीर्ष दो वैश्विक बाजार हैं। अलबत्ता कुछ अन्य बाजारों में जर्मनी, कनाडा, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, इटली, स्पेन और सऊदी अरब भी शामिल हैं।