भारती एयरटेल ने सात सर्किलों – आंध्र प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर पूर्व, राजस्थान और उत्तर प्रदेश (पश्चिम) में अपने न्यूनतम रिचार्ज प्लान की कीमत 99 रुपये से बढ़ाकर 155 रुपये कर दी है।
57 प्रतिशत की यह वृद्धि कंपनी द्वारा नवंबर, 2022 में की गई उस बढ़ोतरी की तरह है, जब उसने हरियाणा और ओडिशा सर्किलों में अपनी शुरुआती योजना को बंद कर दिया था।
विश्लेषकों का मानना है कि यह ताजा घटनाक्रम आगे चलकर 13 अन्य सर्किलों में दाम बढ़ोतरी का मार्ग प्रशस्त करता है। भारत में 22 दूरसंचार सर्किल हैं।
जिन सात सर्किलों में यह बढ़ोतरी की जा रही है, उनमें एयरटेल के 15.22 करोड़ उपयोगकर्ता हैं, जो 31 अक्टूबर तक देश भर में एयरटेल के 36.50 करोड़ उपयोगकर्ताओं में से 41.6 प्रतिशत हैं। यह गणना भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा उपलब्ध दूरसंचार सदस्यता के नवीनतम आंकड़ों पर आधारित है। हालांकि इन सर्किलों में न्यूनतम रिचार्ज योजना का लाभ उठाने वाले उपयोगकर्ताओं की हिस्सेदारी की जानकारी नहीं है।
99 रुपये वाले प्लान में प्रति सेकंड 2.5 पैसे की दर से 200 मेगाबाइट का डेटा और कॉल की पेशकश की गई थी। अब इसे असीमित कॉलिंग प्लान से तब्दील कर दिया गया है। यह एक ऐसा कदम है जिसकी लंबे समय से योजना बनाई जा रही है, क्योंकि लगभग सभी उपयोगकर्ता श्रेणियों में अब असीमित कॉलिंग की उम्मीद की जाती है।
एयरटेल के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा ‘बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने पर ध्यान देने के अनुरूप हमने मीटर्ड शुल्क बंद कर दिया है और असीमित वॉयस, एक का जीबी डेटा तथा 300 एसएमएस के साथ 155 रुपये का शुरुआती स्तर का प्लान पेश किया है। अब ग्राहक इस प्लान का उपयोग बिना किसी बाध्यता के कर सकते हैं। हमें विश्वास है कि यह प्लान अधिक लचीलापन, सुविधा और बेहतर मूल्य प्रदान करेगी।’
एयरटेल के कुल मोबाइल राजस्व में 99 रुपये वाले खंड का योगदान सात से आठ प्रतिशत रहता है।
एआरपीयू पर ध्यान: एयरटेल का यह नया कदम वर्ष 2021 के बाद से इसका प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व (आरआरपीयू) बढ़ाने की आवश्यकता से प्रेरित है, जब कंपनी ने 5जी की शुरुआत करने से पहले शुल्क में पिछली बार बढ़ोतरी की थी।
नवंबर 2021 में 20 प्रतिशत शुल्क बढ़ोतरी के बाद कंपनी की शुरुआती राजस्व वृद्धि में तेजी आई थी, लेकिन हाल ही में 5जी बाजार पर ध्यान केंद्रित करने की वजह से कारोबार वृद्धि को तेज करने की आवश्यकता बढ़ गई है।
एयरटेल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी गोपाल विट्टल ने कंपनी के दूसरी तिमाही के परिणाम के बाद कहा था कि एआरपीयू बढ़ाना कंपनी की एक प्रमुख प्राथमिकता बनी हुई है।