अगले महीने विलय की तैयारी कर रहीं एयर इंडिया और विस्तारा में करियर प्रगति योजना से उनके पायलटों में हलचल तेज हो गई है। एयर इंडिया ने अपने 2,144 पायलटों में से करीब 20 प्रतिशत को बड़े आकार के विमान में ‘कन्वर्जन’ या फर्स्ट ऑफिसर से कैप्टन के पद पर ‘अपग्रेड’ करने के लिए भेजा है। साथ ही एयरलाइन ने इस वर्ष अपने भर्ती लक्ष्य में 100 से अधिक पायलटों की कटौती की है।
इसी तरह विस्तारा में भी पायलटों की बेचैनी बढ़ गई है। विस्तारा में कुछ पायलट इस बात से नाराज हैं कि एयर इंडिया के उनके सहकर्मियों ने इन पदोन्नतियों में उन्हें पीछे छोड़ दिया है। एयर इंडिया ने अपने एक आंतरिक दस्तावेज में कहा, ‘हमारी विस्तार योजनाएं न्यूनतम बाहरी नियुक्तियों के साथ करियर प्रगति योजना के अनुरूप समूह में आंतरिक तौर पर स्थानांतरण के जरिये पूरी की जाएंगी।’
आंतरिक ‘करियर प्रोग्रेसन पॉलिसी’ के प्रभाव का जिक्र करते हुए एयर इंडिया ने कहा है, ‘हमने चालू वित्त वर्ष में पहले ही 98 बेड़ों (उपर्युक्त पायलट ‘कन्वर्जन’) और 51 कमांड अपग्रेड कर लिए हैं, जिससे पायलटों की नियुक्ति के लक्ष्य में 100 से अधिक की कमी आई है।’
एयर इंडिया ने रविवार को बिजनेस स्टैंडर्ड द्वारा इस संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। विस्तारा ने भी बुधवार को इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। एयर इंडिया के 73 नैरो-बॉडी विमान के लिए मौजूदा समय में 1,029 ‘लाइन-रिलीज्ड’ पायलट हैं और इनमें से करीब 17 प्रतिशत कन्वर्जन या अपग्रेड की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।
‘लाइन-रिलीज्ड’ ऐसे पायलट हैं जिन्होंने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है और विशेष विमान उड़ाने के लिए प्रमाणित हैं। एयरलाइन के 53 वाइड-बॉडी यानी बड़े आकार के विमान के लिए 1,115 ‘लाइन-रिलीज्ड’ पायलट हैं, जिनमें से करीब 21.1 प्रतिशत कन्वर्जन या अपग्रेड की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।
इस बीच, विस्तारा के पायलटों ने सीईओ विनोद कन्नन को लिखे पत्र में आरोप लगाया है कि एयर इंडिया के पायलटों को उनसे पहले कन्वर्टेड और अपग्रेड किया जा रहा है। पत्र में पायलटों ने दावा किया है कि यह परंपरा बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) द्वारा कई महीने पहले दोनों एयरलाइनों के पायलटों के लिए तैयार किए गए करियर प्रगति ढांचे का उल्लंघन है।
कन्नन ने मंगलवार शाम को इन पायलटों को जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘कैरियर प्रोग्रेसन लिस्ट (सीपीएल) के कथित उल्लंघन के संबंध में स्थिति हमेशा से यही रही है कि संबंधित एओसी (एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट) परिचालन आवश्यकताओं के अनुसार अपने ट्रेनर की प्रगति का प्रबंधन करेंगे। बीसीजी द्वारा पिछले साल अपने प्रजेंटेशन में इसका स्पष्ट रूप से जिक्र किया गया था और कई अवसरों पर इसे दोहराया गया।’ विस्तारा का 11 नवंबर तक एयर इंडिया में विलय हो जाएगा।