एयर इंडिया ने मंगलवार को बताया कि उसने अपनी फ्लीट में शामिल सभी बोइंग 787 और 737 विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच (FCS) के लॉकिंग सिस्टम की एहतियातन जांच पूरी कर ली है। कंपनी ने कहा कि जांच में किसी तरह की तकनीकी खराबी नहीं मिली।
यह कदम उस हादसे के बाद उठाया गया है जिसमें 12 जून को अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जा रहा एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में सिवाय एक के, बाकी सभी लोगों की मौत हो गई थी।
एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा, “बोइंग 737 विमान एयर इंडिया की लो-कॉस्ट सब्सिडियरी एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लीट में शामिल हैं। अब दोनों एयरलाइंस ने DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) द्वारा 14 जुलाई 2025 को जारी निर्देशों का पालन कर लिया है।”
कंपनी ने बताया कि यह जांच 12 जुलाई से शुरू की गई थी और DGCA द्वारा तय समयसीमा के अंदर ही पूरी कर ली गई।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया ने अपने पायलटों को पहले ही सूचित कर दिया था कि बोइंग 787 विमानों की फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉकिंग सिस्टम की जांच पूरी कर ली गई है और उसमें कोई समस्या नहीं पाई गई है।