अदाणी समूह ने एक्सचेंज फाइलिंग में उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है जिनमें कहा गया है कि अमेरिकी अभियोजक (US prosecutors) भारत में कथित रिश्वतखोरी के मामले में अपनी जांच का दायरा बढ़ा रहे हैं। NDTV में छपी खबर के अनुसार, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट को ‘झूठा’ बताते हुए, अदाणी एंटरप्राइज लिमिटेड ने कहा कि उन्हें अमेरिकी न्याय विभाग से कोई नोटिस नहीं मिला है।
अदाणी एंटरप्राइज लिमिटेड ने कहा है कि उसे अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा रिश्वतखोरी के आरोपों के संबंध में कोई नोटिस नहीं मिला है। कंपनी ने सोमवार को अपनी फाइलिंग में यह जानकारी दी।
15 मार्च को पब्लिश आर्टिकल पर जारी किया स्पष्टीकरण
अदाणी समूह ने कहा है कि 15 मार्च को पब्लिश किए गए ब्लूमबर्ग के एक आर्टिकल के बाद यह स्पष्टीकरण जारी किया गया है। आर्टिकल की हेडलाइन थी “यूएस प्रोबिंग इंडियन बिलियनेयर गौतम अदाणी एंड हिज ग्रुप ओवर पोटेंशियल ब्राइबरी”।
अदाणी समूह पर भारत में एक ऊर्जा परियोजना की मंजूरी पाने के लिए रिश्वत देने का आरोप लगा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जांचकर्ता इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या अदाणी समूह से जुड़े लोग या कंपनियां, भारत में अधिकारियों अपने काम कराने के लिए उन्हें रिश्वत देने में शामिल थे। अदाणी एंटरप्राइजेज ने अपने जवाब में कहा कि यह रिपोर्ट झूठी है।
अदाणी समूह ने रिश्वत के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि उसे अपने अध्यक्ष गौतम अदाणी के खिलाफ किसी भी जांच की जानकारी नहीं है। समूह ने यह भी कहा कि वह भारत और अन्य देशों में भ्रष्टाचार विरोधी और रिश्वत विरोधी कानूनों का पूरी तरह से अनुपालन करता है।