अदाणी समूह (Adani Group) की अक्षय ऊर्जा कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) वर्ष 2030 तक 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी और पूरी परियोजना के लिए वह रकम का इंतजाम पहले ही कर चुकी है। अदाणी ग्रीन एनर्जी के कार्यकारी निदेशक सागर अदाणी ने यह जानकारी दी।
अदाणी ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा, ‘मौजूदा क्षमता 10.9 गीगावॉट से बढ़ाकर 50 गीगावॉट किए जाने के लिए संपूर्ण वित्तीय व्यवस्था पहले ही कर ली गई है। 25 प्रतिशत इक्विटी योगदान पहले ही किया जा चुका है और शेष कर्ज ऋणदाताओं द्वारा दिया जाना है।’ अदाणी ने कहा, ‘हम वर्ष 2030 तक 50,000 करोड़ रुपये के एबिटा की उम्मीद कर रहे हैं।’
अदाणी ने कहा, ‘हमारी कंपन उन अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए बोली लगा रही है, जो हमारी रिटर्न की आंतरिक दर (आईआरआर) को पूरा करती हैं और जब तक इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो जाती, तब तक हम परियोजना के साथ आगे नहीं बढ़ेंगे।’
कंपनी में टोटालएनर्जीज द्वारा 30 करोड़ डॉलर का इक्विटी निवेश किया गया है, जबकि अदाणी परिवार ने 9,350 करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर वारंट खरीदे हैं। इसमें से अदाणी परिवार ने 2,338 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया है तथा शेष राशि 18 महीने के सबस्क्रिप्शन में प्राप्त होगी।
अदाणी ग्रीन एनर्जी के मुख्य कार्याधिकारी अमित सिंह ने कहा, ‘इसके साथ ही, हमने सितंबर 2024 में देय 75 करोड़ डॉलर के होल्डको बॉन्ड पूरी तरह भुनाए जाने के लिए रिजर्व भी बनाए रखा है और इक्विटी के नजरिए से 2030 तक 50 गीगावॉट तक की वृद्धि को सुरक्षित करने के लिए इक्विटी का एकमुश्त नियोजन भी सुनिश्चित किया है।’
अपनी पूंजी प्रबंधन योजना के बारे में सिंह ने कहा कि कंपनी ऐसे अनुशासित दृष्टिकोण पर अमल कर रही है जो जोखिम दूर करने और प्रतिफल अनुकूल बनाने पर केंद्रित हो।
उन्होंने कहा, ‘25 वर्षीय अक्षय ऊर्जा पीपीए के साथ हमने हमारा मुख्य उद्देश्य ऋण की परिपक्वता को पीपीए अवधि के साथ अनुकूल बनाना है, जिससे ऋण भुगतान का जोखिम कम हो। हमने पूंजी के विविध पूल तक पहुंच विकसित की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हम पूर्ण वित्त पोषित वृद्धि में सक्षम हैं।’