facebookmetapixel
Year Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरूकेंद्र ने रिलायंस और बीपी से KG-D6 गैस उत्पादन में कमी के लिए 30 अरब डॉलर हर्जाने की मांग कीRBI की रिपोर्ट में खुलासा: भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत, लेकिन पूंजी जुटाने में आएगी चुनौतीकोफोर्ज का नया सौदा निवेशकों के लिए कितना मददगार, ब्रोकरेज की रायें मिली-जुली2025 में निजी बैंकों में विदेशी निवेश की बढ़त, फेडरल और येस बैंक में भारी पूंजी आईGold-Silver Price: मुनाफावसूली से ​शिखर से लुढ़की चांदी, सोने के भाव में भी आई नरमीRBI ने माइक्रोफाइनैंस लोन पर बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए निगरानी बढ़ाने का दिया संकेतघरों की मांग और कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के चलते NCR के बाहर के डेवलपर बढ़ा रहे गुरुग्राम में अपनी पैठ

अदाणी ने किया एयर वर्क्स का अधिग्रहण

400 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर सौदा, भारतीय विमानन उद्योग के विस्तार को मिलेगा समर्थन

Last Updated- December 23, 2024 | 10:56 PM IST
Adani Group

अदाणी समूह की कंपनी अदाणी डिफेंस सिस्टम्स ऐंड टेक्नोलॉजीज (एडीएसटीएल) ने 400 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर एयर वर्क्स में 85.8 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने के लिए समझौता किया है। एयर वर्क्स विमान रखरखाव, मरम्मत और देखभाल (एमआरओ) क्षेत्र की देश की सबसे बड़ी निजी क्षेत्र की कंपनी है।

एडीएसटीएल के बयान में कहा गया है कि एयर वर्क्स होसुर, मुंबई और कोच्चि की अपनी इकाइयों से छोटे आकार वाले एवं टर्बोप्रॉप विमानों के साथ-साथ रोटरी विमानों के रखरखाव का काम करती है। इसे दुनिया के 20 से अधिक देशों के नागर विमानन प्राधिकरणों से नियामकीय मंजूरी मिली हुई है।

एयर वर्क्स के पास 1,300 से अधिक कर्मियों का कार्यबल है। यह वाणिज्यिक और रक्षा विमानों के एमआरओ कार्यों का प्रबंधन करती है। भारतीय कंपनियों ने पिछले दो वर्षों में लगभग 1,500 वाणिज्यिक विमानों का ऑर्डर दिया है। इसके लिए देश में मौजूदा एमआरओ सेवाओं के बड़े स्तर पर विस्तार की आवश्यकता होगी।

अदाणी एयरपोर्ट्स के निदेशक जीत अदाणी ने कहा, ‘भारतीय विमानन उद्योग अब वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा उद्योग है और आने वाले वर्षों में 1,500 से अधिक विमानों को शामिल करने जा रहा है। यह वृद्धि देश के हर कोने को हवाई संपर्क से जोड़ने के सरकार के नजरिये से मेल खाती है जिससे विमानन सेवाओं में अभूतपूर्व अवसर पैदा होते हैं।’

First Published - December 23, 2024 | 10:55 PM IST

संबंधित पोस्ट