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बाजार पर कब्जे की होड़ में डीटीएच की छतरी में छेद

Last Updated- December 05, 2022 | 8:41 PM IST

देश भर में अपना बाजार बढ़ाने की कवायद डायरेक्ट टु होम (डीटीएच) कंपनियों पर काफी भारी पड़ी है।


घटी कीमतों पर सेट टॉप बॉक्स बेचने से डिश टीवी और टाटा स्काई को कुल 1,400 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। डिश टीवी और टाटा स्काई के देश भर में कुल 50 लाख उपभोक्ता हैं।


बढ़ेगा नुकसान


डीटीएच सेवा क्षेत्र में तीन और नए खिलाड़ियों के आने से माना जा रहा है कि इस क्षेत्र में बेहतर तकनीक और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। लेकिन इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण आने वाले वित्त वर्ष इन कंपनियों को होने वाला नुकसान भी बढ़ेगा। इस क्षेत्र में आने वाली नई कंपनियों में रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह का बिग टीवी, भारती और सन डायरेक्ट जैसे बड़े समूह शामिल हैं। सभी कंपनियां अपने साथ एमपीईजी-4 सेट टॉप बॉक्स जैसी तकनीक लेकर आएंगी। इस तकनीक से ग्राहकों को बेहतर सुविधा मिलेगी।


टाटा स्काई पर तगड़ी मार


देश की सबसे बड़ी डीटीएच कंपनी डिश टीवी को 300 से 350 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जबकि टाटा स्काई पर नुकसान की मार काफी ज्यादा पड़ी है। माना जा रहा है कि टाटा स्काई को इस वजह से लगभग 1,100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हालांकि टाटा स्काई ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया।


नया ग्राहक यानी नुकसान


डीटीएच कंपनियों को प्रत्येक नया ग्राहक बनाने पर 1600 से 2300 रुपये का नुकसान होता है। इसी में एमपीईजी-2 सेट टॉप बॅक्स की कीमत और डीटीएच लगाने का खर्च भी शामिल है। नए खिलाड़ियों के हाईटेक एमपीईजी-4 बॉक्स सुविधा उपलब्ध कराने के कारण हाल फिलहाल दी जा रही सब्सिडी भी बढ़ेगी। सब्सिडी बढ़ने के साथ ही प्रत्येक नया ग्राहक बनाने पर होने वाला नुकसान भी लगभग 30 फीसदी तक बढ़ सकता है।


डिश टीवी और टाटा स्काई के लिए यह समस्या और भी ज्यादा गंभीर हो सकती है। दरअसल अभी दोनों ही कंपनियां एमपीईजी-2 तकनीक वाले टॉप बॉक्स इस्तेमाल करती हैं। लेकिन नई कंपनियों के आने से अपने ग्राहकों को खोने के डर से इन दोनों को भी अपनी सुविधाओं का आधुनिकीकरण करना होगा। जाहिर सी बात है इससे उन पर काफी बोझ बढ़ेगा।


ग्राहकों को ज्यादा डीटीएच कंपनियों के आने से बेहतर और सस्ती सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन डीटीएच सेवा प्रदाता कंपनियों के लिए इसका मतलब है ज्यादा नुकसान। प्राइसवॉटरहाउसकूपर्स की सहायक निदेशक स्मिता झा ने बताया कि जाहिर सी बात है कि इससे इस क्षेत्र में आने वाली  डीटीएच कंपनियों को काफी नुकसान तो होगा। उद्योग सूत्रों के मुताबिक इस वित्त वर्ष में लगभग 80 लाख से 1 करोड़ के बीच नए ग्राहक बन सकते हैं।


ग्राहक ज्यादा, घाटा कम


डिश टीवी के प्रबंध निदेशक जवाहर गोयल ने बताया कि कंपनी को रोज लगभग 80 लाख का नुकसान होगा, लेकिन नई कंपनियों के मुकाबले यह काफी कम है। कंपनी के ग्राहकों की संख्या 70 लाख से ऊपर होते ही नुकसान भी कम हो जाएगा। ऐसे में प्रत्येक ग्राहक से मिलने वाला राजस्व बढ़ेगा और लागत से यह ज्यादा हो जाएगा।


…भारी पड़ गया ग्राहक पटाना


डिश टीवी और टाटा स्काई के 50 लाख उपभोक्ता
मगर हुआ 1,400 करोड़ रुपये का घाटा
टाटा स्काई को लगी सबसे तगड़ी चपत, 1,100 करोड़ रुपये का नुकसान
सब्सिडी और अन्य छूट योजनाएं डुबो रही हैं दोनों कंपनियों की लुटिया

First Published - April 10, 2008 | 12:29 AM IST

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