Startup Funding: पीडब्ल्यूसी (PWC) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कैलेंडर वर्ष की दूसरी छमाही की तुलना में इस साल की पहली छमाही में 298 सौदौं में भारतीय स्टार्टअप परिवेश में फंडिंग 36 फीसदी कम होकर 3.8 अरब डॉलर रह गई। पिछले साल की दूसरी छमाही में 5.9 अरब डॉलर का निवेश हुआ था।
कैलेंडर वर्ष 2023 की पहली छमाही में फिनटेक, सॉफ्टवेयर-ऐज-ए-सर्विस (सास) और डी2सी को सबसे अधिक धन मिले।
पीडब्ल्यूसी इंडिया में डील्स ऐंड इंडिया स्टार्टअप लीडर के पार्टनर अमित नावका ने कहा, ‘स्टार्टअप कंपनियों में धन की कमी होना एक आम बात है। उद्यम पूंजीपतियों (वीसी) के पास पर्याप्त पूंजी होने के बाद भी स्टार्टअप की फंडिंग में मंदी है। भारत के सक्रिय वीसी फर्मों को पिछले साल काफी धन मिला है और हमें उम्मीद है कि अगले कुछ महीनों में निवेश की गति बढ़ सकती है।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछली कुछ तिमाहियों में फंडिंग बाजार की चुनौतीपूर्ण स्थितियों के बावजूद, निवेशकों ने सकारात्मक वृद्धि दिखाने वाली कंपनियों में अपने निवेश को दोगुना करके अपनी पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए मजबूत समर्थन दिखाया है।