facebookmetapixel
Gold-Silver Outlook: सोना और चांदी ने 2025 में तोड़े सारे रिकॉर्ड, 2026 में आ सकती है और उछालYear Ender: 2025 में आईपीओ और SME फंडिंग ने तोड़े रिकॉर्ड, 103 कंपनियों ने जुटाए ₹1.75 लाख करोड़; QIP रहा नरम2025 में डेट म्युचुअल फंड्स की चुनिंदा कैटेगरी की मजबूत कमाई, मीडियम ड्यूरेशन फंड्स रहे सबसे आगेYear Ender 2025: सोने-चांदी में चमक मगर शेयर बाजार ने किया निराश, अब निवेशकों की नजर 2026 पर2025 में भारत आए कम विदेशी पर्यटक, चीन और दक्षिण-पूर्व एशिया वीजा-मुक्त नीतियों से आगे निकलेकहीं 2026 में अल-नीनो बिगाड़ न दे मॉनसून का मिजाज? खेती और आर्थिक वृद्धि पर असर की आशंकानए साल की पूर्व संध्या पर डिलिवरी कंपनियों ने बढ़ाए इंसेंटिव, गिग वर्कर्स की हड़ताल से बढ़ी हलचलबिज़नेस स्टैंडर्ड सीईओ सर्वेक्षण: कॉरपोरेट जगत को नए साल में दमदार वृद्धि की उम्मीद, भू-राजनीतिक जोखिम की चिंताआरबीआई की चेतावनी: वैश्विक बाजारों के झटकों से अल्पकालिक जोखिम, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूतसरकार ने वोडाफोन आइडिया को बड़ी राहत दी, ₹87,695 करोड़ के AGR बकाये पर रोक

मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीद प्रक्रिया फिर शुरू, बेमौसम बारिश के चलते उठाया गया कदम

Last Updated- March 21, 2023 | 11:27 PM IST
Government will sell 30 lakh tonnes of wheat

मध्य प्रदेश सरकार ने 22 मार्च से तीन दिनों तक गेहूं की खरीद के लिए आधिकारिक रूप से पंजीकरण आज से फिर शुरू कर दिया है। यह कदम राज्य सरकार ने बेमौसमी बरसात के कारण प्रदेश में गेहूं की खड़ी फसल को व्यापक रूप से नुकसान पहुंचने की सूचना मिलने के मद्देनजर उठाया है। पहले पंजीकरण की अंतिम तिथि 28 फरवरी थी। इसे बाद में बढ़ाकर 5 मार्च कर दिया गया था।

राज्य सरकार ने 50 फीसदी फसल का नुकसान होने की स्थिति में 32,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से वित्तीय मदद देने की भी घोषणा की है। सरकार ने फसल बीमा योजना के तहत भुगतान शीघ्र करने की भी घोषणा की है।

इससे पंजीकरण नहीं करवाने वाले किसानों को एक मौका और मिलेगा। इससे किसान पहले से तय न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,125 रुपये प्रति क्विंटल पर सरकारी खरीद चैनलों को अपना गेहूं बेच सकेंगे। इस कदम से न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर जा चुके गेहूं के भाव संभालने में मदद मिलेगी। गेहूं के दाम गिरने के कारण किसानों में असंतोष बढ़ रहा है।

पीटीआई के मुताबिक हालिया घटनाक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित विदिशा जिले के गांवों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बागवानी की फसल को हुए नुकसान का जायजा लें। इससे किसानों को मुआवजा दिया जा सकेगा। चौहान ने कहा कि 50 फीसदी से अधिक फसल का नुकसान होने की स्थिति में 32,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।

सरकारी अधिकारियों के मुताबिक गाय/भैंस का नुकसान की भरपाई के लिए प्रति मवेशी 37,500 रुपये दिए जाएंगे। बछिया का नुकसान होने पर 20,000 रुपये, भेड़ का नुकसान होने पर 4,000 रुपये और मुर्गे व मुर्गी का नुकसान होने पर 100 रुपये प्रति इकाई दिया जाएगा।

बारिश से नुकसान होने वाले घरों को भी मुआवजा दिया जाएगा।

चौहान ने किसानों को आश्वस्त किया कि ऋण वसूली की तारीख को बढ़ा दिया जाएगा और किसानों के ऋण के ब्याज का भुगतान सरकार करेगी। अगली फसल तक शू्न्य ब्याज दर पर ऋण मुहैया करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि बारिश से पीड़ित किसानों की बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत संबंधित परिवार को 56,000 रुपये की सहायता का प्रावधान है।

First Published - March 21, 2023 | 11:27 PM IST

संबंधित पोस्ट