उत्तर प्रदेश सरकार ने सत्र 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के लिए गन्ने की सभी किस्मों का राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) 20 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की घोषणा की है। इससे अगेती किस्मों के गन्ने का एसएपी 370 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि गन्ने के दाम में 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। अगेती किस्म की कीमत अब 370 रुपये प्रति क्विंटल होगी जबकि सामान्य किस्म का दाम 360 रुपये होगा।
हालांकि राज्य के पश्चिमी हिस्से के एसएपी में बढ़ोतरी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान इस बढ़ोतरी से खुश नहीं हैं और इसे अपर्याप्त बताया है।
भारतीय किसान यूनियन (गैर-राजनीतिक) के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा, ‘कीमत में बढ़ोतरी मामूली है। हम गन्ने की कीमत बढ़ाकर कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल करने की उम्मीद कर रहे थे। इसलिए उचित मूल्य को लेकर हमारा विरोध जारी रहेगा।’ देश में सबसे ज्यादा गन्ने का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है और ज्यादा निजी चीनी मिलें इसी राज्य में हैं।
राज्य में कुल 120 चीनी मिलों में से 93 निजी क्षेत्र की हैं और 24 सहकारी चीनी मिलें और 3 उत्तर प्रदेश चीनी निगम की मिलें हैं।
राज्य के करीब 50 लाख किसान परिवार गन्ने की खेती से सीधे तौर पर जुड़े हैं। गन्ना तथा इससे संबंधित उत्पादों का राज्य में सालाना 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार होता है।