facebookmetapixel
90% प्रीमियम पर लिस्ट हुए इस SME IPO के शेयर, निवेशकों को नए साल से पहले मिला तगड़ा गिफ्ट2026 में सोना-चांदी का हाल: रैली जारी या कीमतों में हल्की रुकावट?Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 50 अंक टूटा; निफ्टी 25900 के करीबबांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन, 80 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांसStocks To Watch Today: InterGlobe, BEL, Lupin समेत इन कंपनियों के शेयरों पर आज रहेगा फोकसYear Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहा

कोई लौटा दे आलू किसानों के बीते हुए दिन

Last Updated- December 05, 2022 | 9:20 PM IST

भूरेलाल नामक किसान उत्तर प्रदेश के शम्साबाद नामक जगह से 100 टन आलू लेकर आजादपुर मंडी आया है।


पिछले चार दिनों से वह अपने आलू की बिकवाली का इंतजार कर रहा है। उसके पिताजी आलू की बोरी पर लेटे हैं तो वह बार-बार कमीशन एजेंटों से आलू की जल्दी से जल्दी बिक्री करवाने की गुजारिश कर रहा है। आजादपुर मंडी में भूरे लाल जैसे सैकड़ों किसान इन दिनों अपने आलू के बिकने का इंतजार कर रहे हैं।


मंडी में आलू की कीमत बहुत कम हो चुकी है। आवक काफी बढ़ी हुई है। सारे कोल्ड स्टोरेज भर चुके हैं। व्यापारी आलू उठाने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि आलू की बिक्री में इस साल लाभ का प्रतिशत काफी कम होता नजर आ रहा है। हालत ऐसी है कि आलू के किसानों को इस साल उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है।


आलू बेचने आजादपुर मंडी आए अलीगढ़ के किसान ओम प्रकाश कहते हैं, ‘इस साल हमारे आलू की बिक्री मंडी में 200-300 रुपये प्रति बोरी हो रही है। एक बोरी का वजन 80 किलोग्राम होता है। मंडी में छोटे आलू की कीमत प्रति बोरी 200 रुपये लगाई जा रही है तो बड़े आलू की कीमत 300 रुपये प्रति बोरी है।’


पिछले साल 80 किलोग्राम आलू की बोरी की बिक्री 350-500 रुपये की दर से हो रही थी। किसान बताते हैं कि गत वर्ष उन्होंने 18-20 टन आलू की बिक्री 50,000 रुपये में की थी जो घटकर इस साल 25,000 रुपये के स्तर पर आ गई है। आलू के कमीशन एजेंट भी इस बात को स्वीकारते हैं।


पिछले साल के मुकाबले इस साल आलू की आवक में 44-60 फीसदी तक की बढ़ोतरी है। इस अवधि के दौरान आलू की आवक 160-180 गाड़ी है जो पिछले साल समान अवधि के दौरान 100-125 गाड़ी  थी।


एपीएमसी की जानकारी के मुताबिक 9 अप्रैल को आलू की कुल आवक 21,675 क्विंटल रही। गत 25 मार्च से लेकर 9 अप्रैल की अवधि के दौरान आलू की औसत आवक 21,315 क्विंटल रही। किसानों को आलू की पैदावार के लिए एक बीघा की खेती में 5500 रुपये की लागत आती है।

First Published - April 12, 2008 | 1:19 AM IST

संबंधित पोस्ट