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रिफाइंड सूरजमुखी व सोया तेल पर घटा आयात शुल्क, कीमतों पर नहीं होगा खास असर

केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रिफाइंड सूरजमुखी और रिफाइंड सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क घटाने का निर्णय लिया है।

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रामवीर सिंह गुर्जर   
Last Updated- June 15, 2023 | 3:01 PM IST

केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रिफाइंड सूरजमुखी और सोयाबीन तेल के आयात पर लगने वाले आयात शुल्क में कटौती की है। सरकार ने यह फैसला इन तेलों के दाम घटाने के उद्देश्य से लिया है। लेकिन बाजार जानकारों के मुताबिक आयात शुल्क घटने से इनकी कीमतों पर खास फर्क नहीं पडने वाला है।

आयात शुल्क घटकर 12.5 फीसदी हुआ

केंद्र सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए रिफाइंड सूरजमुखी और रिफाइंड सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क घटाने का निर्णय लिया है। अब रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर 17.5 फीसदी की जगह 12.5 फीसदी ही आयात शुल्क लगेगा। इसी तरह रिफाइंड सोयाबीन तेल पर 17.5 फीसदी लगने वाले आयात शुल्क को घटाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया है। आयात शुल्क में यह कटौती 15 जून से प्रभावी होगी।

आयात शुल्क घटने से कीमतों पर नहीं होगा खास असर

अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर ने बताया रिफाइंड सूरजमुखी व सोयाबीन तेल पर आयात शुल्क घटने का इनकी कीमतों में कुछ समय के लिए मानसिक प्रभाव संभव है, लेकिन कीमतों में खास गिरावट की संभावना नहीं है। कच्चे सूरजमुखी तेल का आयात कर इसे रिफाइंड बनाना सीधे रिफाइंड सूरजमुखी तेल आयात से करीब 4 रुपये किलो सस्ता है। ऐसे में आयात शुल्क घटने से इस तेल की क़ीमतों पर फर्क नहीं पड़ने वाला है।

कच्चे सोया तेल आयात कर इसे रिफाइंड तेल बनाने से सीधे रिफाइंड सोया तेल आयात करना सस्ता है। ऐसे इसके दाम कुछ सकते हैं। लेकिन इस साल सोयाबीन की घरेलू उपलब्धता अधिक होने से सोयाबीन तेल पहले से ही सस्ता है। लिहाजा इस आयात शुल्क कटौती का रिफाइंड सोया तेल पर भी बहुत ज्यादा असर नहीं होने की संभावना है। बीते कुछ महीनों से रिफाइंड सूरजमुखी व सोयाबीन तेल का आयात भी नहीं हो रहा है।

टीआरक्यू कोटा के तहत इन दोनों के कच्चे तेलों का आयात पहले से आयात शुल्क मुक्त है। हालांकि अभी यह राहत 30 जून तक ही है। सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन फॉर ऑयल इंडस्ट्री एंड ट्रेड (COOIT) के चेयरमैन सुरेश नागपाल ने बताया कि इस कटौती के बाद रिफाइंड सूरजमुखी और सोयाबीन तेल के आयात पर प्रभावी आयात शुल्क 13.75 फीसदी रहेगा, जबकि इन दोनों के कच्चे तेल के आयात पर प्रभावी आयात शुल्क 5.5 फीसदी रहेगा। इस तरह देखा जाए तो इन दोनों तेलों का रिफाइंड तेल कच्चे तेल की तुलना में आयात करना 7.5 फीसदी महंगा है। इसलिए इस शुल्क कटौती का रिफाइंड सूरजमुखी व सोयाबीन तेल की कीमतों में पर खास फर्क नहीं पड़ने वाला है।

नागपाल कहते हैं कि अगर रिफाइंड तेलों का आयात बढ़ता है तो घरेलू रिफाइनिंग उद्योग को जरूर दिक्कत हो सकती है। इस समय रिफाइंड सूरजमुखी तेल के थोक भाव 92 से 93 रुपये किलो और रिफाइंड सोयाबीन के भाव 90 से 92 रुपये किलो चल रहे हैं। उपभोक्ता मामलों के विभाग के मुताबिक देश भर में रिफाइंड सोयाबीन तेल की औसत खुदरा कीमत 131.85 रुपये और रिफाइंड सूरजमुखी तेल की औसत खुदरा कीमत 136.29 रुपये किलो है।

First Published : June 15, 2023 | 3:01 PM IST