सेंटर फॉर ग्लोबल एनर्जी की स्टडी में कहा गया है कि कच्चे तेल की कीमत को 100 डॉलर प्रति बैरल से कम होने से रोकने की खातिर ओपेक अगले साल की पहली तिमाही में तेल की आपूर्ति में कटौती कर सकता है।
सीजीईएस की स्टडी में कहा गया है कि अगले साल की पहली तिमाही में ओपेक रोजाना 3 लाख बैरल कच्चे तेल की आपूर्ति कम कर सकता है जबकि इसके बाद वाली तिमाही में यह आंकड़ा रोजाना 5 लाख बैरल तक पहुंच सकता है।
वैसे इस बात की उम्मीद कम है कि इस बाबत ओपेक के सदस्य देश 9 सितंबर को होने वाली बैठक में इस बात का ऐलान करें। जब तक कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे नहीं जाती, ओपेक इस तरह का ऐलान नहीं कर सकता। रिपोर्ट के मुताबिक, जब कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर से नीचे चली जाएगी तो ओपेक आपूर्ति में कमी करेगा।