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मानसून की बेरुखी से कॉफी उत्पादन पर पड़ रहा असर

Last Updated- December 07, 2022 | 11:06 AM IST

कर्नाटक के काफी उत्पादक क्षेत्रों में बारिश के नदारद रहने से कॉफी का उत्पादन प्रभावित होने की आशंका जतायी जा रही है। राज्य के कोडागु, हासन और चिकमंगलूर जिले कॉफी उत्पादन के काफी मशहूर हैं।


सामान्यत: जून और जुलाई के महीने में यहां मानसून जमकर बारिश कराता है, लेकिन इस साल ऐसी स्थिति नहीं है। जुलाई का आधा महीना बीत चुका है पर मानसून की बेरुखी ने अभी तक इन जिलों में सामान्य से आधी बारिश ही करायी है।

बारिश न होने से फिलहाल इन इलाकों में काफी कम नमी है जो कॉफी उत्पादन के लिए अनुकूल नहीं है। ऐसे मौसम में कॉफी की फसल पर कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है। इलाके का दौरा करने गए कॉफी बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्पादन इलाकों में यदि एक हफ्ते के भीतर बारिश न हुई तो इस साल कॉफी का उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो जाएगा।

आशंका तो यह भी है कि फूल आने के बाद जारी होने वाला उत्पादन लक्ष्य हासिल न हो पाए। इस अधिकारी ने बताया कि मानसून के पहले जारी अनुमानों के अनुसार राज्य में अरबिका कॉफी का उत्पादन 81,270 टन और रोबस्टा का उत्पादन 1,32,900 टन होगा। इस तरह कुल उत्पादन लक्ष्य 2,14,170 टन का रहा है।

First Published - July 15, 2008 | 11:18 PM IST

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