facebookmetapixel
AI कंपनियों में निवेश की होड़: प्रोसस ने भारत में बढ़ाया अपना इन्वेस्टमेंट, अरिविहान और कोडकर्मा भी शामिलBalaji Wafers की 10% हिस्सेदारी खरीदने की होड़, कई दिग्गज PE फर्में दौड़ मेंडेरी सेक्टर पर अमेरिकी रुख में नरमी का संकेत, प्रीमियम चीज पर जोरदेश का स्मार्टफोन निर्यात ₹1 लाख करोड़ के पार, PLI स्कीम से भारत बना ग्लोबल मोबाइल हबसरकार का बड़ा कदम: डेटा सेंटर डेवलपर्स को 20 साल तक टैक्स छूट का प्रस्तावनिवेशकों के लिए अलर्ट: चांदी बेच मुनाफा कमाएं, साथ ही अपना पोर्टफोलियो भी दुरुस्त बनाएंPM मोदी बोले- ऊर्जा जरूरतों के लिए विदेशी निर्भरता घटानी होगी, आत्मनिर्भरता पर देना होगा जोरEditorial: E20 लक्ष्य समय से पहले हासिल, पर उठे सवाल; फूड बनाम फ्यूल की बहस तेजअमित शाह बोले- हिंदी को विज्ञान-न्यायपालिका की भाषा बनाना समय की जरूरत, बच्चों से मातृभाषा में बात करेंडिजिटल दौर में बदलती हिंदी: हिंग्लिश और जेनजी स्टाइल से बदल रही भाषा की परंपरा

हिंदुस्तान कॉपर का जोर उत्पादन बढ़ाने पर

Last Updated- December 12, 2022 | 12:56 AM IST

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान कॉपर अपनी खानों से उत्पादन बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है। इसके अलावा कंपनी विस्तार परियोजनाओं के जरिये अपनी खनन क्षमता को भी बढ़ा रही है।  कंपनी ने 2010-11 में अपनी खान उत्पादन क्षमता को 34 लाख टन सालाना से बढ़ाकर 1.22 करोड़ टन सालाना करने का लक्ष्य रखा था। बाद में इस लक्ष्य को बढ़ाकर 20.2 करोड़ टन सालाना कर दिया गया।
कंपनी ने आयात पर निर्भरता को कम करने और तांबा धातु का घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिए यह लक्ष्य बढ़ाया है। हिंदुस्तान कॉपर ने अपनी 2020-21 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा है, विस्तार योजना का कार्यान्वयन चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। पहले चरण में 1.22 करोड़ टन की क्षमता हासिल करने का लक्ष्य है। दूसरे चरण में इसे बढ़ाकर 20.2 करोड़ टन किया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि खानों से उत्पादन बढ़ाने के लिए कंपनी जरूरी कार्रवाई कर रही है।
कंपनी मौजूदा खान विस्तार परियोजनाओं के जरिये भी खनन क्षमता को बढ़ाने की प्रक्रिया में है रिपोर्ट में कहा गया है कि चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अरुण कुमार शुक्ला के नेतृत्व में गुरुवार को हिंदुस्तान कॉपर की 10 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया की शुरुआत काफी अच्छी रही। संस्थागत निवेशकों ने 700 करोड़ रुपये से अधिक के शेयरों के लिए बोलियां लगाई हैं। एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, 4.35 करोड़ शेयरों की पेशकश पर संस्थागत निवेशकों ने 6.14 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई है। बीते वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी का कारोबार 119 फीसदी बढ़कर 1,760.84 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 803.17 करोड़ रुपये रहा था।    

First Published - September 19, 2021 | 10:54 PM IST

संबंधित पोस्ट