सोने की कीमतों में आज थोड़ी गिरावट आई मगर दो बार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह बहुमूल्य धातु लगातार आठवें हफ्ते बढ़त में रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों की चिंता के बीच भी इसकी मजबूत मांग बनी रही। 1204 जीएमटी पर हाजिर सोना 0.4 फीसदी लुढ़ककर 2,927.95 डॉलर प्रति औंस हो गया। गुरुवार को रिकॉर्ड 2,954.69 डॉलर प्रति औंस पहुंचने के बाद इस हफ्ते सोने में करीब 1.6 फीसदी बढ़त दर्ज की गई। अमेरिकी सोना वायदा 0.5 फीसदी गिरकर 2,941.70 डॉलर पर आ गया।
सैक्सो बैंक के जिंस रणनीति प्रमुख ओली हैनसेन ने कहा, ‘दिसंबर के बाद से लगातार बढ़त बरकरार रहेगी, जब तक कीमत 2,850 डॉलर प्रति औंस नहीं हो जाती है।’ इस हफ्ते दो बार कीमतें रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई, जिससे सोना 2,950 डॉलर प्रति औंस के ऊपर बना हुआ है। इसका कारण वैश्विक आर्थिक वृद्धि और राजनीतिक अस्थिरता से हुई अनिश्चितताओं ने सोना के लिए निवेशकों की भूख को दर्शाता है, जो इस साल अब तक 11.5 फीसदी तक चढ़ा है।
इस हफ्ते की शुरुआत में ट्रंप द्वारा घोषित टैरिफ नीतियों की नई श्रृंखला में लकड़ी एवं वन उत्पादों पर शुल्क लगाना भी शामिल है। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने आयातित कारों, सेमीकंडक्टर एवं फार्मास्यूटिकल्स पर शुल्क लगाने का ऐलान किया था। यह कवायद चीनी आयात पर अतिरिक्त 10 फीसदी शुल्क और स्टील और एल्युमीनियम पर 25 फीसदी शुल्क लगाने के बाद की गई है।
ट्रंप की नीतियों का मुद्रास्फीति पर क्या असर होगा इसे देखने के लिए बाजार भागीदार भी अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों पर नजर बनाए हुए हैं। उच्च मुद्रास्फीति फेड को ब्याज दरें ऊंची रखने पर मजबूर कर सकती है, जिससे सोने की यील्ड कम होने की आशंका है। इसके अलावा, रिकॉर्ड ऊंची कीमतों के कारण चीन और भारत जैसे शीर्ष उपभोक्ताओं के बीच भौतिक सोने की मांग नगण्य रही। हाजिर चांदी 32.92 डॉलर प्रति औंस पर सपाट रही और पैलेडियम 0.3 फीसदी गिरकर 974.75 डॉलर पर आ गया। प्लैटिनम 0.2 फीसदी गिरकर 976.80 डॉलर पर आ गया और इसमें साप्ताहिक गिरावट देखी गई।