जनवरी के बाद बुधवार को सोना पहली बापर 1,900 डॉलर के स्तर को पार कर गया। सोने का हाजिर भाव 8 जनवरी के बाद से अपने ऊंचे स्तरों (1,920 डॉलर) पर पहुंचने के बाद 0.2 प्रतिशत चढ़कर 1,903.70 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
अमेरिकी स्वर्ण वायदा भी 0.4 प्रतिशत बढ़कर 1,904.70 डॉलर पर रहा। बैंक ऑफ चाइना इंटरनैशनल में जिंस बाजार रणनीति की प्रमुख जियाओ फू ने कहा, ‘अमेरिकी 10 वर्षीय बॉन्ड प्रतिफल दो सप्ताहों में निचले स्तर पर पहुंच गया जिससे सोने में कुछ टेक्नीकल खरीदारी को बढ़ावा मिला।’ फू ने कहा, ‘ऐसा लग रहा है कि 1,900 बेहद मजबूत स्तर है।’ उन्होंने कहा कि मई में अमेरिकी श्रम बाजार में धीमी तेजी को सोने के लिए सकारात्मक माना जा सकता है, क्योंकि इसका मतलब होगा कि फेडरल रिजर्व लंबे समय तक अनुकूल नीतिगत रुख बनाए रख सकता है। निवेशकों की नजर गुरुवार के जीडीपी और बेरोजगारी के दावों तथा शुक्रवार को आने वाले उपभोक्ता खर्च से संबंधित आंकड़ों पर लगी हुई है।
अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल दो सप्ताह के निचले स्तर के आसपास बना रहा, जिससे सोने में निवेश की लागत घटी। सोने का इस्तेमाल अक्सर मुद्रास्फीति के खिलाफ हेजिंग के तौर पर किया जाता रहा है और इस कीमती धातु को अमेरिका तथा ब्रिटेन में कीमत वृद्घि दर्शाने वाले ताजा आंकड़े से मजबूती मिली है।