ऑटोमोटिव, आभूषण और फार्मा क्षेत्र में प्लैटिनम की खपत को देखते हुए भारत में प्लैटिनम की सालाना खपत में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि प्लैनिटम की कीमत में हो रही बढ़ोतरी के बावजूद वित्त वर्ष 2010 तक प्लैटिनम की सालाना खपत वर्तमान 10 टन से 12 टन तक पहुंच जाएगी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) के एक अधिकारी ने बताया कि भारत में प्लैटिनम की सालाना खपत 10 फीसदी की रफ्तार से बढ़ रही है और वित्त वर्ष 2010 तक यह 12 टन तक पहुंच जाएगी।
सोना, चांदी और कच्चे तेल के वायदा कारोबार में बाजार की अगुआई कर रहे एमसीएक्स ने पिछले महीने प्लैटिनम में वायदा कारोबार शुरू किया है और इसमें कारोबारियों ने अच्छी खासी दिलचस्पी दिखाई है। शुक्रवार को प्लैटिनम का सितंबर वायदा 27931 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था।
जून में जब एमसीएक्स में प्लैटिनम वायदा शुरू हुआ था तब यह 28450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला था। अधिकारी के अनुसार, प्लैटिनम के कीमत की 93 फीसदी साम्यता सोने की कीमत से और 94 फीसदी साम्यता चांदी से है।इसकी कीमत में भारी उतार-चढ़ाव उस समय देखा गया था जब अमेरिकी कार की विदेशों में मांग घटने के संकेत मिलने लगे थे।