पर्व-त्योहारों के ठीक पहले चीनी के दामों में आई तेजी ने ग्ाहकों का स्वाद कड़वा कर दिया है। इस बार चीनी के दामों में पांच सालों में सबसे ज्यादा तेजी का रुख बाजार में देखा जा रहा है।
जुलाई के महीने में 1560 रुपये प्ति क्विंटल बिकने वाली चीनी नें एक ही महीने में बढ़कर 2030 रुपये प्ति क्विंटल के भाव बिकने लगी है। कारोबारियों का कहना है कि चीनी के दाम अभी और भी चढ़ने के आसार हैं क्योंकि केंद्र सरकार मांग के हिसाब से चीनी का कोटा जारी नही कर रही है।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्तिनिधि मंडल के प्वक्ता चंद्र कुमार छाबड़ा के अनुसार इस त्योहार के सीजन में आने वाले तीन महीनों में मांग बढ़ी है, पर कोटा नही जारी किया जा रहा है।छाबड़ा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि 50 लाख की मांग के मुकाबले केवल 30 लाख का ही कोटा रिलीज किया गया है।
बाजार का दबाव बढ़ने पर पांच लाख का कोटा और जारी किया गया है, पर इससे मांग पूरी होने वाली नही है। उनका कहना है कि त्याहारों मसलन दशहरा, दीवाली और ईद का सीजन आगे आने वाले तीन महीनों में पड़ रहे हैं। अभी बीते साल तक हर तीन महीने पर 50 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया जा रहा था, पर इस साल ऐसा नही किया जा रहा है।
छाबड़ा ने बताया कि केंद्र सरकार ने इस बात का आश्वासन लिया है कि दिसंबर तक चीनी का कोटा जारी कर दिया जाएगा। इस बीच लखनऊ किराना मर्चेंट असोशिएसन के पदाधिकारियों का कहना है कि मांग के चलते सरकार को जल्दी से जल्दी कोटा रिलीज करना चाहिए, वरना आने वाले महीनों में बाजार में और तेजी का रुख होगा।