facebookmetapixel
Amazon Now बनाम Blinkit-Swiggy: कौन जीतेगा भारत में Quick Commerce की जंग?Adani Group की यह कंपनी बिहार में करेगी $3 अरब का निवेश, सोमवार को शेयरों पर रखें नजर!Stock Split: अगले हफ्ते तीन कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, निवेशकों को मिलेगा बड़ा फायदा; जानें रिकॉर्ड डेटCBIC ने कारोबारियों को दी राहत, बिक्री के बाद छूट पर नहीं करनी होगी ITC वापसी; जारी किया नया सर्कुलरNepal Crisis: नेपाल में अगला संसदीय चुनाव 5 मार्च 2026 को होगा, राष्ट्रपति ने संसद को किया भंगट्रंप का नया फरमान: नाटो देश रूस से तेल खरीदना बंद करें, चीन पर लगाए 100% टैरिफ, तभी जंग खत्म होगी1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! ऑटो सेक्टर से जुड़ी इस कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट तयElon Musk की कंपनी xAI ने 500 कर्मचारियों को अचानक निकाला, Grok ट्रेनर्स सकते में!भारत-पाक मैच की विज्ञापन दरों में 20% की गिरावट, गेमिंग सेक्टर पर बैन और फेस्टिव सीजन ने बदला बाजारFY26 में 3.2% रहेगी महंगाई, RBI से दर कटौती की उम्मीद: Crisil

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के आसार

Last Updated- December 12, 2022 | 4:28 AM IST

गोल्डमैन सैक्स ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में कहा है कि वैश्विक बाजार फिलहाल तेल की मांग को कम करके आंक रहा है क्योंकि कई अर्थव्यवस्थाएं कारोबार के लिए खुलने लगी हैं। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि आगे चलकर ब्रेंट क्रूड की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है। हाल में एसऐंडपी ग्लोबल प्लैट्स ने भी अनुमान जाहिर किया था कि 2021 के मध्य तक तेल की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच सकती हैं। बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान के बीच आर्थिक गतिविधियों में व्यापक सुधार होने से तेल की मांग बढ़ेगी।
गोल्डमैन सैक्स के भी अनुसार, अमेरिका और यूरोप में जोरशोर से टीकाकरण अभियान चल रहा है। वहां कोविड-19 संक्रमण के मामलों में कमी आने के साथ ही लॉकडाउन को भी खत्म किया जा रहा है जिससे माल ढुलाई और औद्योगिक गतिविधियों में तेजी आई है। इससे तेल की मांग में भी वृद्धि होगी। गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि विकसित बाजारों में अनुमान से कहीं बेहतर सुधार दिख रहा है। इससे मांग में आई हालिया कमी से निपटने में मदद मिल रही है। हालांकि दक्षिण एशिया और लैटिन अमेरिका में सुधार की रफ्तार सुस्त हो सकती है।
गोल्डमैन सैक्स के वैश्विक प्रमुख (जिंस अनुसंधान) जेफरी क्यूरी ने एक हालिया नोट में लिखा है, ‘हाल के महीनों में वैश्विक बाजार घाटा हमारे अनुमानों के अनुरूप रहने के बावजूद हम इस प्रकार की मांग और ईरान की अनिश्चितताओं को कम करके आंक रहे हैं। हमारा मानना है कि 2021 की दूसरी तिमाही में कच्चे तेल की कीमतें 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे उचित मूल्य पर कारोबार करेंगी। मांग में तेजी से हो रहे सुधार और ईरान से तेल की वापसी पर स्पष्टीकरण की संभावनाओं को देखते हुए हमें तेल की कीमतों में अगले चरण की तेजी स्पष्ट तौर पर दिख रही है। बिकवाली की दमदार पेशकश से कीमतें 80 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती हैं।’
पिछले एक साल के दौरान ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमतें करीब 85 फीसदी चढ़कर फिलहाल 66 डॉलर प्रति बैरल हो चुकी हैं। कोविड-19 प्रेरित लॉकडाउन की सख्ती के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के खुलने के साथ ही मांग में भी तेजी दिख रही है।
मार्च के बाद से ही टीकाकरण की रफ्तार और प्रभावकारिता, उभरते बाजारों मं कोविड-19 की नई लहर और ईरानी बैरल की वापसी की चिंताओं कारण कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव दिख रहा है।

First Published - May 24, 2021 | 11:37 PM IST

संबंधित पोस्ट