सरकार महंगाई को लेकर आरबीआई की चिंताओं पर एक्शन प्लान शुरू कर चुकी है। बुधवार को केंद्र ने रिफाइन्ड सोया ऑयल और रिफाइन्ड सनफ्लावर आयल पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी घटा दी है।
दोनों पर इंपोर्ट ड्यूटी 17.5% से घटाकर 12.5% कर दी गई है। घटी हुई दरें आज से लागू होगी।
भारत में खपत होने वाले वेजीटेबल ऑयल का 60% आयात किया जाता है। देश में सालाना करीब 24 MT खाद्य तेल की खपत होती है। इसमें से करीब 14 MT खाद्य तेल आयात किया जाता है।
इंपोर्ट ड्यूटी घटाने के बाद से अब कच्चा खाद्य तेल यानी कच्चा पाम तेल, कच्चा सनफ्लावर तेल और कच्चा सोया तेल के आयात पर 5% ही इंपोर्ट ड्यूटी लगेगी और फिर इन पर कुल प्रभावी टैक्स 5.5% हो जाएगी। रिफाइन्ड खाद्य तेल पर प्रभावी इंपोर्ट ड्यूटी 13.75% रहेगी। वहीं, रिफाइन्ड ऑयल पर 12.5% इंपोर्ट ड्यूटी और इस पर 10% सेस लगेगा।
SEA के हालिया आंकड़ों की मानें तो अप्रैल में महीने-दर-महीने आधार पर वेजीटेबल ऑयल (खाद्य और गैर-खाद्य तेल) के आयात में 10% की गिरावट दर्ज की गई। जबकि, इस दौरान पाम ऑयल इंपोर्ट 31% घटकर 5,05,000 टन रहा।
हालांकि, सोयाबीन ऑयल का आयात 1% बढ़ा है। सोयाबीन ऑयल के आयात में 68% की भारी बढ़ोतरी देखने को मिली।