गेहूं उत्पादन के मामले में भारत पिछले साल के रेकॉर्ड 7.84 करोड़ टन के उत्पादन को इस साल भी दोहरा सकता है।
मौसम के अनुकूल होने से पैदावार बेहतर होने की उम्मीद है हालांकि सरकार के लक्ष्य के मुताबिक रकबे में बढ़ोतरी नहीं भी हो सकती है। कृषि आयुक्त एन बी सिंह ने बताया, ‘उत्पादन का स्तर पिछले साल जैसा ही रहेगा क्योंकि इस साल पैदावार बेहतर होगी।’
उन्होंने कहा कि बढ़े पैमाने पर बेहतर गुणवत्ता वाले बीजों की आपूर्ति से पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी। सिंह ने कहा कि गेहूं का रकबा केंद्र सरकार के लक्ष्य के अनुसार बढ़ कर इस साल 290 लाख हेक्टेयर नहीं भी हो सकता है क्योंकि मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे उत्पादक क्षेत्रों के किसानों ने अन्य फसलों का रुख कर लिया है।
इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के महानिदेशक मंगला राय ने कहा, ‘अगर गेहूं का रकबा सरकार के लक्ष्य से कम भी होता है तब भी हम इस साल अधिक उत्पादन करने में सफल होंगे। अभी तक फसल पर कोहरे का असर बुरा नहीं रहा है। इसलिए, मौसमी परिस्थितियों का अच्छा होना शुभ संकेत है।’
2007-08 के रबी सीजन में गेहूं का रकबा रेकॉर्ड 281.5 लाख हेक्टेयर का रहा। पिछले सप्ताह तक, गेहूं का कुल रकबा 262.6 लाख हेक्टेयर था जो पिछले साल के 262.1 लाख हेक्टेयर से अधिक है।