दूध उत्पादन में 80 फीसदी की वृध्दि का लक्ष्य रखते हुए केंद्र सरकार 17,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। यह जानकारी केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने एक कार्यक्रम में दी।
उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा खरीफ सीजन में चावल का रेकॉर्ड उत्पादन होने की पूरी उम्मीद है। राज्यों के पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन में उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार वर्ष 2021 तक दुग्ध उत्पादन को 16 से 18 करोड़ टन तक ले जाने की एक व्यापक योजना पर काम कर रही है। यह परियोजना ‘राष्ट्रीय डेयरी योजना’ नाम की होगी और इस पर भारी निवेश किया जाएगा।
पवार ने बताया कि सरकार इस योजना के लिए तकरीबन 17,000 करोड़ रुपये का प्रावधान करने जा रही है। उनके मुताबिक, सस्ता ऋण हासिल करने के लिए सरकार विश्व बैंक से धन जुटाने की कोशिश कर रही है।पवार ने कहा कि इस साल खरीफ सीजन में मौसम की अनुकूलताओं के चलते चावल का रेकॉर्ड उत्पादन होने की ठोस संभावना है।
उन्होंने चावल उत्पादन में रेकॉर्ड बढ़ोतरी की वजह दक्षिण-पश्चिमी मानसून के बेहतर रहने और धान के रकबे में खासी वृद्धि होने को बताया। पिछले गुरुवार तक मौजूदा सीजन में चावल का रकबा 3.69 करोड़ हेक्टेयर तक पहुंच चुका था और इस तरह पिछले सीजन की तुलना में धान के रकबे में 5.3 फीसदी की वृद्धि हो चुकी है।
पिछले साल कुल 3.5 करोड़ हेक्टेयर में धान की खेती की गई थी जबकि चावल का उत्पादन 9.643 करोड़ टन के रेकॉर्ड स्तर तक चला गया था। पवार ने कहा कि अच्छी बारिश से रबी फसल की संभावनाएं भी खासी बढ़ गई हैं।