वैश्विक स्तर पर जिंसों में बिकवाली के बीच इस साल का सबसे कामयाब ट्रेड लॉन्ग मेटल स्टॉक अब नरम होता दिख रहा है। इस हफ्ते बीएसई मेटल इंडेक्स 7 फीसदी फिसल गया, जो 10 मई, 2020 को समाप्त हफ्ते के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है जब इंडेक्स में 10 फीसदी की कमजोरी दर्ज हुई थी।
कोल इंडिया, वेदांत, जेएसडब्ल्यू स्टील और सेल में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज हुई और ये 8-8 फीसदी से ज्यादा टूटे। यह गिरावट हालांकि इस साल दर्ज तीव्र बढ़ोतरी के बाद देखने को मिली है।
विशेषज्ञों ने कहा कि अमेरिकी डॉलर में मजबूती और महंगाई नरम करने की चीन की कोशिश ही इस हफ्ते जिंसों में नरमी और स्टॉक की कीमतों में गिरावट की मुख्य वजह है। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, हालिया कीमत बढ़ोतरी के बाद धातु के भंडार को बेचने की चीन की योजना से सेंटिमेंट को झटका लगा है। अल्पावधि में बाजार एकीकरण के चरण में बना रहेगा। 10 मई के सर्वोच्च स्तर से बीएसई मेटल इंडेक्स 11 फीसदी नीचे है। इस गिरावट से पहले इंडेक्स में इस साल 75 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी। कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष (इक्विटी टेक्निकल रिसर्च) श्रीकांत चौहान ने कहा, हफ्ते के दौरान जिंसों की कीमतें घटी हैं, जिससे महीनों की बढ़त पर खासा असर दिखाा है और इसका प्रभाव इक्विटी बाजारों पर भी पड़ा है क्योंकि चीन बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने के लिए कदम उठा रहा है। अमेरिकी डॉलर में मजबूती ने भी कीमतों पर दबाव डाला है।
मौद्रिक सहजता समाप्त करने के फेडरल रिजर्व के संकेत के बीच ब्लूमबर्ग डॉलर स्पॉट इंडेक्स में इस हफ्ते के दौरान रोजाना की बढ़त पर विराम लग गया। 23 कच्चे माल की कीमतों को ट्रैक करने वाला ब्लूमबर्ग कमोडिटी स्पॉट इंडेक्स शुक्रवार को लगातार छठे कारोबारी सत्र में फिसला। प्लेटिनम, निकल और लौह अयस्क जैसी जिंसों में इस साल काफी बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन अब इनकी कीमतों पर गिरावट का दबाव है। साथ ही जिनमें बढ़त का अनुमान जताया जा रहा था, उनमें गिरावट दिख रही है। तांबा एक साल में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट की ओर बढ़ रहा है। निकल और लौह अयस्क में भी गिरावट दर्ज हुई है। चीन ने कहा है कि वह अपने सरकारी भंडार से समयबद्ध तरीके से धातु जारी करेगा ताकि कीमतें सामान्य स्थिति में आ जाएं और इस तरह से वह जिंसों की बढ़ती कीमतों को नरम करने की कोशिश मेंं जुट गया है।
न सिर्फ आधारभूत धातुओं बल्कि कृषि जिंसों की कीमतों पर भी दबाव है। सोयाबीन फ्यूचर इंडेक्स ने साल 2021 की अपनी बढ़त गंवा दी है और आठ साल के उच्चस्तर से 20 फीसदी से ज्यादा टूटा है, जहां वह मई में पहुंचा था। वहीं मक्के व गेहूं भी गिरावट दर्ज हुई है।
ब्लूमबर्ग ग्रेन्स स्पॉट सबइंडेक्स गुरुवार को साल 2009 के बाद सबसे ज्यादा टूटा, पर शुक्रवार को यह थोड़ा ऊपर चढ़ा क्योंकि बाजार ने कुछ नुकसान की भरपाई कर ली।
तेल व टिन में बढ़ोतरी अन्य जिंसों के मुकाबले कम रही।