facebookmetapixel
सीतारमण बोलीं- GST दर कटौती से खपत बढ़ेगी, निवेश आएगा और नई नौकरियां आएंगीबालाजी वेफर्स में 10% हिस्सा बेचेंगे प्रवर्तक, डील की वैल्यूएशन 40,000 करोड़ रुपये तकसेमीकंडक्टर में छलांग: भारत ने 7 नैनोमीटर चिप निर्माण का खाका किया तैयार, टाटा फैब बनेगा बड़ा आधारअमेरिकी टैरिफ से झटका खाने के बाद ब्रिटेन, यूरोपीय संघ पर नजर टिकाए कोलकाता का चमड़ा उद्योगबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोलीं सीतारमण: GST सुधार से हर उपभोक्ता को लाभ, मांग में आएगा बड़ा उछालGST कटौती से व्यापारिक चुनौतियों से आंशिक राहत: महेश नंदूरकरभारतीय IT कंपनियों पर संकट: अमेरिकी दक्षिणपंथियों ने उठाई आउटसोर्सिंग रोकने की मांग, ट्रंप से कार्रवाई की अपीलBRICS Summit 2025: मोदी की जगह जयशंकर लेंगे भाग, अमेरिका-रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश में भारतTobacco Stocks: 40% GST से ज्यादा टैक्स की संभावना से उम्मीदें धुआं, निवेशक सतर्क रहेंसाल 2025 में सुस्त रही QIPs की रफ्तार, कंपनियों ने जुटाए आधे से भी कम फंड

चुनावी गजट बन गया संप्रग का अंतरिम बजट

Last Updated- December 10, 2022 | 1:11 AM IST

सोमवार को वित्तमंत्री का कार्यभार संभाल रहे प्रणब मुखर्जी ने अंतरिम बजट पेश किया।
बजट से पहले लोग कयास लगा रहे थे कि चुनावी साल में बजट दरअसल संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का चुनावी गजट हो जाएगा। और हुआ भी कुछ ऐसा ही।
चुनावी वर्ष में सरकार द्वारा आज पेश अंतरिम बजट में अब तक के अपने कार्यकाल की तमाम उपलब्धियों को गिनाते हुए उम्मीद की गई कि आगामी लोकसभा चुनाव में जनता इस बात को पहचानेगी कि ये उपलब्धियां पाने में किसका हाथ रहा। 
वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे विदेश मंत्री प्रणव मुखर्जी ने लोकसभा में 2009-10 का अंतरिम बजट पेश करते हुए इसमें अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने और समाज के कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण उपायों की घोषणा की गई।
पच्चीस साल पहले भी वित्त मंत्री के रूप में बजट पेश कर चुके मुखर्जी ने करों में कटौती की घोषणा तो नहीं की, लेकिन संकेत दिया कि करों की दरें कम की जाएंगी और उसका आधार बढ़ाया जाएगा।
देश के संसदीय इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ कि बजट पेश करने के दौरान सदन की बैठक दस मिनट के लिए स्थगित की गई। जनता दल (एस) सांसद वीरेन्द्र कुमार को सीने में दर्द की शिकायत के बाद लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने सदन की कार्यवाही दस मिनट के लिए स्थगित की।
मुखर्जी के भाषण में चुनाव हावी रहा, जिसे उन्होंने छिपाने की कोशिश भी नहीं की। उन्होंने भाषण के अंत में कहा कि हमारी जनता अगली सरकार को चुनने के लिए जल्द ही अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करेगी।

First Published - February 16, 2009 | 4:40 PM IST

संबंधित पोस्ट