facebookmetapixel
ग्रामीण क्षेत्रों में खरा सोना साबित हो रहा फसलों का अवशेष, बायोमास को-फायरिंग के लिए पॉलिसी जरूरीबाजार के संकेतक: बॉन्ड यील्ड में तेजी, RBI और सरकार के पास उपाय सीमितभारतीय स्टार्टअप के सपने साकार करने के लिए वेंचर कैपिटल ईकोसिस्टम को बढ़ावा देना आवश्यककरिश्मा कपूर के बच्चे दिल्ली हाई कोर्ट पहुंचे, पिता संजय कपूर की करोड़ों की संपत्ति में मांगा हिस्साSEBI vs Jane Street: सेबी का जेन स्ट्रीट को और डेटा देने से इनकार, अगली सुनवाई 18 नवंबर कोNifty 50 कंपनियों की आय में गिरावट, EPS ग्रोथ रेट 4 साल में सबसे कमRSS ‘स्वयंसेवक’ से उपराष्ट्रपति तक… सीपी राधाकृष्णन का बेमिसाल रहा है सफरभारत के नए उप राष्ट्रपति चुने गए सीपी राधाकृष्णन, बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के भारी अंतर से हरायासेबी ने IPO नियमों में ढील दी, स्टार्टअप फाउंडर्स को ESOPs रखने की मिली मंजूरीNepal GenZ protests: नेपाल में क्यों भड़का प्रोटेस्ट? जानिए पूरा मामला

Budget 2025: रेलवे को बजट से मिली निराशा! कोई बड़ी घोषणा नहीं, ₹2.55 लाख करोड़ आवंटित

पिछले बजट में रेलवे के लिए कुल बजटीय समर्थन ₹2,55,200 करोड़ था, जो 2023-24 में ₹2,40,200 करोड़ से 5% अधिक था।

Last Updated- February 01, 2025 | 3:40 PM IST

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज केंद्रीय बजट 25-26 पेश किया। वित्त मंत्री ने लगातार दूसरे साल भारतीय रेलवे का बजट भाषण में कोई खास जिक्र नहीं किया। इसके साथ ही भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय वर्ष 2026 के लिए केंद्रीय बजट में रेलवे के लिए आवंटन ₹2.55 लाख करोड़ रखा गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष (वित्तीय वर्ष 2025) के लिए आवंटित राशि के समान है।  

पिछले बजट में रेलवे के लिए कुल बजटीय समर्थन ₹2,55,200 करोड़ था, जो 2023-24 में ₹2,40,200 करोड़ से 5% अधिक था। अतिरिक्त ₹10,000 करोड़ अतिरिक्त बजटीय संसाधनों से आवंटित किए गए थे।  

पिछले बजट में, जुलाई 2024 में, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई वंदे भारत ट्रेनों की घोषणा की थी और साथ ही यह भी कहा था कि भारत में तीन प्रमुख रेलवे आर्थिक गलियारे बनेंगे, जिनमें ऊर्जा, खनिज और सीमेंट गलियारा, पोर्ट कनेक्टिविटी गलियारा और उच्च यातायात घनत्व वाला गलियारा शामिल होगा।  

ALSO READ: Budget 2025: डिफेंस सेक्टर के लिए सरकार ने दिए ₹6,8 लाख करोड़, FY25 की तुलना में 9.5% अधिक, रक्षा आयात घटाने पर रहेगा जोर

बजट भाषण में इस क्षेत्र का एकमात्र उल्लेख रेलवे के रखरखाव, मरम्मत और ओवरहाल (MRO) उद्योग के लिए मानदंडों में ढील देने के संबंध में था, जिसमें विमानन और शिपिंग क्षेत्रों के लिए पहले से दिए गए लाभों का विस्तार किया गया था, जिसे इस क्षेत्र को भारत में एक हब बनाने और परिवहन क्षेत्र की वृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम माना गया। सीतारमण ने अपने भाषण में कहा, “जुलाई 2024 के बजट में, विमान और जहाजों के घरेलू MROs के विकास को बढ़ावा देने के लिए, मैंने उन वस्तुओं के निर्यात के लिए समय सीमा को छह महीने से बढ़ाकर एक साल किया था और इसे एक और साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। अब मैं रेलवे वस्तुओं के लिए भी यही प्रावधान बढ़ाने का प्रस्ताव करती हूं।” 

इसके अलावा, भारत की राज्य-स्वामित्व वाली और निजी रेलवे से जुड़ी कंपनियों जैसे IRFC Ltd, RVNL Ltd, IRCON International Ltd, RailTel Ltd और IRCTC Ltd के शेयरों में वित्तीय वर्ष 2026 के लिए उनके बजटीय आवंटन के बाद 6% तक की तेज गिरावट देखी गई है।

First Published - February 1, 2025 | 3:33 PM IST

संबंधित पोस्ट