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Budget 2024: महिला एवं बाल विकास के लिए आवंटित किए गए 26,000 करोड़ रुपये

सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण पर जोर

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- February 01, 2024 | 11:24 PM IST

Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा गुरुवार को पेश अंतरिम बजट में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को 2024-25 के लिए 26,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो पिछले बजट की तुलना में 2.52 फीसदी अधिक है। वर्ष 2023-24 के संशोधित बजट अनुमान के अनुसार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को 25,448.68 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे।

‘सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0’ (आंगनवाड़ी सेवाएं, पोषण अभियान, किशोरियों के लिए योजना सामूहिक रूप से शामिल) में 21,200 करोड़ रुपये का सबसे ज्यादा आवंटन किया गया। इसके बाद मिशन शक्ति (महिलाओं के लिए सुरक्षा और सशक्तीकरण मिशन) के लिए 3145.97 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

मिशन शक्ति (संबल) का उद्देश्य पहुंच में सुधार करना और महिलाओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनके अधिकारों और उन अधिकारों को सुरक्षित करने की दिशा में सभी प्रयासों और विभिन्न सरकारी पहलों को एकीकृत करना है।

मिशन वात्सल्य (बाल संरक्षण सेवाएं और बाल कल्याण सेवाएं) के लिए 1,472 करोड़ रुपये आवंटित किए गए। देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के व्यापक विकास के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाने के उद्देश्य से मिशन वात्सल्य योजना लागू की जा रही है।

सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए टीकाकरण पर जोर

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय अंतरिम बजट 2024-2025 पेश करते हुए घोषणा की कि सरकार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 वर्ष के आयु वर्ग की लड़कियों के टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि वह देश में सर्वाइकल कैंसर के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है और राज्यों एवं स्वास्थ्य विभागों के साथ नियमित संपर्क में है।

वित्त मंत्री की घोषणा का स्वागत करते हुए ‘सीरम इन्स्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ के मुख्य कार्याधिकारी अदर पूनावाला ने कहा, ‘मैं सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 वर्ष के आयु वर्ग की लड़कियों के टीकाकरण की भारत सरकार की घोषणा का स्वागत करता हूं। आइये, एचपीवी से बचाव का संकल्प लें और टीकाकरण तक आसान पहुंच सुनिश्चित करें।’

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य देखभाल के दायरे में सभी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को लाना, और मेडिकल कालेजों की स्थापना और मातृ तथा शिशु स्वास्थ्य देखभाल योजनाओं को व्यवस्थित करना स्वास्थ्य के लिए सरकार की गहन प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’

First Published : February 1, 2024 | 11:24 PM IST