Defence Stock: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (13 नवंबर) को मजबूती देखने को मिल रही है। शुरुआती कारोबार में गिरावट के बाद बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और सेंसेक्स अच्छी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं। मेटल और रियल्टी सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में तेजी से बाजार को सपोर्ट मिल रहा है। बाजार में इस मूड-माहौल के बीच ब्रोकरेज हाउस एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग दिग्गज डिफेंस स्टॉक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) पर बुलिश आउटलुक दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की आर्डर बुक को देखते हुए स्टॉक अच्छी वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है।
एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड पर ‘BUY’ की रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 6,346 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 34 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स के शेयर बुधवार को 4747 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज का मानना है कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) अपने लॉन्ग टर्म बिजनेस आउटलुक और मजबूत एग्जीक्यूशन क्षमता के चलते FY25–28E के दौरान करीब 15% की राजस्व सीएजीआर हासिल करने की दिशा में है। कंपनी की कई वर्षों तक दो अंकों में मजबूत कमाई वृद्धि की क्षमता और 20% से अधिक के सशक्त रिटर्न रेशियो प्रोफाइल को देखते हुए हमें लगता है कि यह स्टॉक आकर्षक वैल्यूएशन पर उपलब्ध है।
जापान की ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने भी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स पर ‘BUY’ की रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 6,100 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2028 के बीच एचएएल की प्रति शेयर आय (ईपीएस) 24% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ेगी। ब्रोकरेज फर्म का अनुमान है कि कंपनी का मैन्युफैक्चरिंग बुक-टू-बिल रेश्यो वित्त वर्ष 2025 की बिक्री के 31 गुना पर रहेगा।
डिफेंस सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में से एक हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बुधवार को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2FY26) में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 10.5 फीसदी बढ़कर 1,669 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का लाभ पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही (Q2FY25) में 1,510.48 करोड़ रुपये था।
शेयर बाजार को दी सूचना में इस पीएसयू डिफेंस कंपनी ने बताया कि दूसरी तिमाही में उसका ऑपरेशन से रेवेन्यू सालाना आधार पर 11 फीसदी बढ़कर 6,628.61 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 5,976.29 करोड़ रुपये था। जुलाई-सितंबर तिमाही में इस ‘महारत्न’ कंपनी का कुल खर्च 5,296.64 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 4,513.92 करोड़ रुपये के मुकाबले 17.34 फीसदी ज्यादा हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी/बेचनें की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधित फैसले करने से पहले अपने एक्सपर्ट से परामर्श कर लें।)