वाहन विनिर्माता किया इंडिया अगले साल तक अपनी घरेलू बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 20 फीसदी बढ़ाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी अब हर साल करीब 3 लाख वाहन बेचना चाह रही है। कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और सेल्स ऐंड मार्केटिंग के प्रमुख हरदीप सिंह बरार ने आज यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को नए मॉडलों की पेशकश, सरकारी खर्च में वृद्धि, रोजगार के अवसर बढ़ने और सामान्य मॉनसून से बल मिलेगा।
इस साल कंपनी को उम्मीद है कि उसकी बिक्री की मात्रा पिछले साल के स्तर पर पहुंच जाएगी। नई दिल्ली में नई स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) सायरॉस पेश करने के दौरान बरार ने कहा, ‘कुल मिलाकर इस साल अब तक हम 2.5 लाख वाहन बेच चुके हैं। अगले साल हमारी कोशिश 3 लाख गाड़ियां बेचने की होंगी।’ कंपनी अगले साल जनवरी से नई कार की बुकिंग लेना शुरू करेगी और एक महीने बाद गाड़ियों की डिलीवरी करेगी।
उन्होंने बताया कि इस साल वाहन उद्योग की कुल यात्री वाहनों की बिक्री वृद्धि ज्यादा से ज्यादा 3 से 4 फीसदी रहने की उम्मीद है। वहीं अगले साल यह 5 से 10 फीसदी के बीच हो सकती है। भारत में पिछले साल 41 लाख यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। चूंकि किया इंडिया भारत में सिर्फ एसयूवी और मल्टीपर्पस वाहनों (एमपीवी) की बिक्री करती है इसलिए समग्र वृद्धि संयुक्त खंड (एसयूवी और एमपीवी) की वृद्धि से अधिक जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, ‘भले ही बाजार की कुल वृद्धि सपाट रही है मगर इस साल संयुक्त खंड की मात्रात्मक वृद्धि करीब 15 फीसदी रही। इसलिए अगर यह साल 2025 में 15 फीसदी के हिसाब से भी बढ़ती है तो 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। खासकर नए कार पेश कर इसे हासिल करने में कोई चुनौती नहीं होगी।’
बरार इस साल की धीमी वृद्धि के कारणों को भी समझाया। उन्होंने कहा, ‘देश में आम चुनाव होने से सरकारी निवेश ठप पड़ गया। मुझे लगता है कि उपभोक्ता धारणाएं बहुत अच्छी थी मगर सरकारी निवेश भारत की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।’