facebookmetapixel
इथियोपिया ज्वालामुखी विस्फोट: राख के बादल से एयर इंडिया, अकासा और इंडिगो ने कई उड़ानें कीं रद्दछत्तीसगढ़ को मिला ₹6,826 करोड़ का निवेश प्रस्ताव, CM साय ने कहा: इससे बढ़ेगा राज्य का औद्योगिक विकासअमेरिकी टैरिफ के बावजूद नवंबर में भारत के वस्तु निर्यात में पिछले साल की तुलना में हुई बढ़ोतरीबॉन्ड से पूंजी जुटाने की रफ्तार धीमी, दिग्गज सरकारी कंपनियों ने उम्मीद से कम इश्यू जारी किएगैर-निगमित क्षेत्र में रोजगार और प्रतिष्ठानों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी दर्ज, पिछली तिमाही की तुलना में थोड़ी रिकवरीउद्योग से कम रहेगी प्राइवेट बैंकों की ग्रोथ, बाजार हिस्सेदारी में लगातार दूसरे साल गिरावट की आशंका OIL इंडिया ने लागत घटाने के लिए 18 महीनों में ₹1,000 करोड़ की बनाई योजना, उत्पादन बढ़ाने पर रहेगा जोरआर्थिक अपराधियों के लिए खुल सकती है समझौते की राह!केकेआर और पीएसपी ने किया लाइटहाउस लर्निंग में निवेश, स्कूल नेटवर्क का विस्तार करने पर जोरRBI के आंकड़े: वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में ECB में शुद्ध आवक घटकर 8 अरब डॉलर पर

खुशखबरी! Auto component companies को लेकर Boston Consultancy Group (BCG) की रिपोर्ट, 9 लाख करोड़ रुपये का तो हो जाएगा Export

वित्त वर्ष 2023-24 में देश का वाहन कलपुर्जा निर्यात 21.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2018-19 में 2.5 अरब डॉलर के घाटे में था।

Last Updated- March 04, 2025 | 8:59 PM IST
Auto Stocks
प्रतीकात्मक तस्वीर

भारत के वाहन कलपुर्जा उद्योग को अगले सात-आठ साल में 100 अरब डॉलर याने 8 लाख 72 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के निर्यात की उम्मीद है। एक अध्ययन रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में देश का वाहन कलपुर्जा निर्यात 21.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2018-19 में 2.5 अरब डॉलर के घाटे में था।

वाहन कलपुर्जा कंपनियों के संगठन एक्मा के सहयोग से तैयार इस रिपोर्ट में निर्यात के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक व्यापक, बहुआयामी रणनीति पेश की गई है।

भारतीय वाहन कलपुर्जा विनिर्माता संघ (एक्मा) की अध्यक्ष श्रद्धा सूरी मारवाह ने कहा, ‘‘हमने न केवल सकारात्मक व्यापार संतुलन हासिल किया है, बल्कि व्यापार अधिशेष लगभग 50-150 करोड़ डॉलर तक पहुंच गया है। हम इस वृद्धि चक्र को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अगले सात-आठ वर्षों में निर्यात में 100 अरब डॉलर का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है।’’

एक्मा के महानिदेशक विन्नी मेहता ने कहा कि इस अवसर का पूरा लाभ उठाने के लिए प्रमुख भारतीय कंपनियों को अपना निर्यात पांच से 10 गुना बढ़ाने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में गहरी पैठ हासिल करने का लक्ष्य रखना चाहिए।

(एजेंसी इनपुट के साथ) 

First Published - March 4, 2025 | 8:52 PM IST

संबंधित पोस्ट