facebookmetapixel
सेंसेक्स–निफ्टी नई ऊंचाई पर: जानें अब कहां लगाएं पैसा और कौन से सेक्टर देंगे तेज रिटर्न25% का शानदार अपसाइड दिखा सकता है ये दिग्गज AMC Stock, एंटिक की सलाह- BUY करें; दमदार है आउटलुकUP: अयोध्या की पहचान को नई उड़ान, 2025 में पहुंच सकते हैं 50 करोड़ श्रद्धालुHousing sale: अब टियर 2 शहरों में भी बढ़ने लगी महंगे मकानों की मांग, तीसरी तिमाही में मूल्य में बिक्री बढ़ी, संख्या में घटीऑनलाइन गेमिंग में मनी लॉन्ड्रिंग! WinZO के संस्थापक ED की गिरफ्त में, ₹505 करोड़ फ्रीजनवंबर में दोपहिया से लेकर कारों तक हर सेगमेंट में जोरदार उछाल, बिक्री के नए रिकॉर्ड बन सकते हैंHong Kong Fire: हांगकांग की बहुमंजिला इमारत में लगी भीषण आग; 44 की मौत, 279 लापतासोने में ₹431 की गिरावट, चांदी भी फिसली; जानें MCX पर आज का भावसर्दी से खुदरा विक्रेताओं के चेहरे पर मुस्कान, दो अंकों की वृद्धि की उम्मीदEternal ने ब्लिंकइट में लगाया 600 करोड़, क्विक कॉमर्स विस्तार को मिली रफ्तार

लेखक : धर्मकीर्ति जोशी

आज का अखबार, लेख

विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा: मूल्यांकन लाभ से बढ़ेंगे भारत के रिजर्व

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार वास्तव में आयात और बाहरी ऋण चुकाने की आवश्यकताओं जैसे पर्याप्तता मानदंडों के अनुसार एक बेहतर स्तर का प्रतिनिधित्व करता है। 3 अक्टूबर तक विदेशी मुद्रा भंडार 699.9 अरब डॉलर के एक बड़े स्तर पर था। भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और बाजार की अस्थिरता के दौर में, दुनिया में यह चौथा सबसे […]

आज का अखबार, लेख

भारत का चालू खाता घाटा नियंत्रण में, लेकिन वित्तपोषण पर निगरानी जरूरी

गत वित्त वर्ष के दौरान भारत का चालू खाते का घाटा (सीएडी) सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी के 0.6 फीसदी के स्तर पर रहा जो कि चिंताजनक नहीं है। यह अच्छी विशुद्ध अदृश्य प्राप्तियों की बदौलत हुआ। यह 2023-24 के 0.7 फीसदी से कम था जबकि वस्तु व्यापार घाटा जीडीपी के 6.7 फीसदी से बढ़कर […]

आज का अखबार, लेख

India GDP Growth: घरेलू गतिविधियों से मिलेगा वृद्धि को दम

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने 2024-25 में देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 6.5 फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया है। यह 6.4 फीसदी वृद्धि के उसके पिछले अनुमान से अधिक है मगर भारतीय रिजर्व बैंक तथा अन्य के अनुमान से कम है। एनएसओ का अनुमान बताता है कि 2021-22 तथा 2023-24 के बीच औसत वृद्धि […]

आज का अखबार, लेख

अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियां और उपाय

पिछले वित्त वर्ष में 8.5 प्रतिशत की धमाकेदार वृद्धि दर हासिल करने के बाद भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की रफ्तार फिर हिचकोले खाने लगी है। आर्थिक वृद्धि दर सुस्त होकर 6.5-7.0 प्रतिशत की अपनी पुरानी कमजोर रफ्तार पकड़ने लगी है। कम से कम तीन कारणों से जीडीपी में इस नरमी की आशंका पहले […]