दमदार मांग से हैवेल्स इंडिया को मिलेगी ताकत
हैवेल्स इंडिया जैसी विद्युत उपभोक्ता सामान निर्माता (ECD) कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में मजबूत बिक्री दर्ज की और केबल, स्विचगियर और प्रोफेशनल लाइटिंग की बिजनेस-टु-बिजनेस बिक्री के अलावा पंखे, एयर कूलर तथा रूम एयर कंडीशनर (आरएसी) में लगातार मौसमी मांग बरकरार रखी है। वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में हैवेल्स […]
Nykaa के ब्यूटी कारोबार को लेकर विश्लेषक उत्साहित
एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स (नायिका) ने हाल में अपना सालाना निवेशक दिवस मनाया। विश्लेषकों से मिली प्रतिक्रिया शानदार थी। हालांकि कुछ विश्लेषकों ने वित्त वर्ष 2025 और वित्त वर्ष 2026 के अनुमानों में कटौती की है, लेकिन ज्यादातर ने शेयर के लिए ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है। प्रबंधन का मानना है कि ब्यूटी ऐंड पर्सनल केयर […]
कांग्रेस का 1 लाख रुपये देने का वादा…साहसिक पहल या महज जुनूनी विचार?
जब कांग्रेस (Congress) पार्टी ने भारत के सबसे गरीब परिवारों की एक महिला को बिना शर्त एक लाख रुपये सालाना देने की घोषणा की थी तब मैंने प्रयोग के तौर पर सामान्य गणना की। पिछली जनगणना 13 साल पहले की गई थी और इस बात को लेकर अब भी गर्मागर्म बहस चल रही है कि […]
Bharti Airtel के शेयरों में तेजी के लिए जरूरी टैरिफ बढ़ोत्तरी और पूंजीगत खर्च में कमी
इस महीने के अपने निचले स्तर से भारती एयरटेल का शेयर 14 प्रतिशत चढ़ गया है। टेलीकॉम कंपनी के मुनाफे में यह बढ़ोतरी बाजार हिस्सेदारी में मजबूती, टैरिफ बढ़ोतरी और कम पूंजीगत खर्च के अनुमानों के सहारे आई है। उम्मीद है कि इससे कंपनी का मुनाफा बढ़ेगा। भारतीय बाजार में अहम प्लेयर होने के अलावा, […]
तकनीकी तंत्र: चुनावों में सामान्य नैरेटिव क्यों होते हैं नाकाम
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए 2024 के चुनाव अभियान की एक बड़ी चुनौती यह है कि उसे विपक्षी दलों की ओर से प्रधानमंत्री पद का कोई ऐसा दावेदार नहीं मिल रहा है जिसके खिलाफ मोर्चा खोला जा सके। अगर ऐसा होता तब भाजपा को विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के दावेदार के खिलाफ जोरदार तरीके […]
तकनीकी तंत्र: ‘नेटवर्क स्टेट’ समुदाय की परिकल्पना
नागरिक समाज के कार्यकर्ता अक्सर गेटेड कम्युनिटी (चहारदीवारी वाली रिहायशी कॉलोनी) को लेकर शिकायत करते हैं। इन कम्युनिटी के रहवासी आसपास के अन्य बाशिंदों से अलग रहते हैं और अपने लिए ऐसा बुनियादी ढांचा और सुविधाएं जुटाते हैं जो आसपास के लोगों को उपलब्ध नहीं होतीं। इनमें जिम, स्विमिंग पूल, टेनिस कोर्ट, स्क्वैश कोर्ट आदि […]
परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों में जोरदार वृद्धि का दम, खुदरा निवेश में दिलचस्पी
इक्विटी म्युचुअल फंडों में शुद्ध पूंजी प्रवाह मार्च 2024 में मासिक आधार पर कमजोर पड़कर 22,576 करोड़ रुपये (हाइब्रिड को छोड़कर) रह गया है। यह एक महीने पहले के मुकाबले 15 प्रतिशत की गिरावट है (सालाना आधार पर 12 प्रतिशत तक की वृद्धि)। लेकिन एयूएम में शानदार वृद्धि के कारण परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों के लिए […]
भाजपा ने तय किया है महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य
वर्ष 2023 के मध्य में अर्थशास्त्री सव्यसाची दास ने एक पर्चा जारी किया था जिसका शीर्षक था- ‘डेमोक्रेटिक बैकस्लाइडिंग इन दी वर्ल्ड्स लार्जेस्ट डेमोक्रेसी’। इसका अर्थ दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में लोकतंत्र की स्थिति को पहुंच रहे नुकसान से था। इसमें 2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान छेड़छाड़ के संकेतों का जिक्र था। […]
तकनीकी तंत्र: विवादों से भरा राजनीतिक दलों का चंदा
वर्ष 1798 में लॉर्ड कॉर्नवालिस को आयरलैंड का लॉर्ड लेफ्टिनेंट नियुक्त किया गया था। भारत के गवर्नर-जनरल के रूप में अपने पूर्व कार्यकाल के दौरान कॉर्नवालिस ने शानदार वित्तीय कुशलता का प्रदर्शन करते हुए स्थायी बंदोबस्त अधिनियम की अवधारणा पेश की थी। इस अधिनियम ने 150 से अधिक वर्षों तक जमींदारों के माध्यम से ईस्ट […]
कोविड के बाद दुनिया का बदला नजरिया
यह बात वर्ष 2008 की है जब शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद जर्मनी के बॉन में व्लादीमिर क्रैमनिक से लोहा ले रहे थे। इसी दौरान उनके सहयोगी सूर्यशेखर गांगुली चिकन पॉकस से संक्रमित हो गए। मगर इसके बाद भी गांगुली काम करते रहे और होटल के कमरे से स्काइप पर आनंद और अपनी टीम के अन्य […]