एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) की आगामी पुनर्संतुलन प्रक्रिया में नई सूचीबद्ध कंपनियों का दबदबा रहने वाला है। स्मार्टकर्मा पर प्रकाशित पेरिस्कोप एनालिटिक्स के ब्रायन फ्रिएट्स के विश्लेषण के अनुसार नवीनतम समीक्षा में टाटा कैपिटल, टाटा मोटर्स (कमर्शियल व्हीकल्स) और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लार्ज-कैप बास्केट में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
1.37 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण के साथ टाटा कैपिटल अब देश की 65वीं सबसे मूल्यवान कंपनी है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया 1.1 लाख करोड़ के बाजार पूंजीकरण के साथ 86वें स्थान पर है। विभाजन के बाद टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन कारोबार का मूल्य लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये है औऱ वह 78वें स्थान पर है।
बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स (ग्रो), लेंसकार्ट सॉल्यूशंस, एचडीबी फाइनैंशियल सर्विसेज, नॉलेज रियल्टी ट्रस्ट और एंथम बायोसाइंसेज के मिड-कैप श्रेणी में शामिल होने के आसार हैं। इनके साथ 10 ऐसे शेयर भी होंगे जिन्हें लार्ज-कैप से मिड-कैप में डाउनग्रेड किया जाएगा और तीन अन्य को स्मॉल-कैप से मिड-कैप में लाया जाएगा।
म्युचुअल फंड योजनाओं के वर्गीकरण और युक्तिकरण ढांचे के तहत शेयरों को पूरे बाजार पूंजीकरण के आधार पर लार्ज-कैप (रैंक 1-100), मिड-कैप (101-250) और स्मॉल-कैप (251 और उससे नीचे) में वर्गीकृत किया जाता है। इन रैंकिंग की समीक्षा हर छह महीने में की जाती है और इस समय समीक्षा अवधि जून 2025 और दिसंबर 2025 है।
फ्रिएट्स ने कहा, पिछले कुछ महीनों में और छोटी अवधि में भी ऊपर की ओर बढ़ने वाले शेयरों ने नीचे की ओर जाने वाले शेयरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है।
उनके विश्लेषण से पता चलता है कि नीचे की ओर बढ़ने वाले शेयरों की तुलना में मिड-कैप से लार्ज-कैप और स्मॉल-कैप से मिड-कैप में आने वाले शेयरों ने तीव्रता के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, समीक्षा अवधि लगभग पूरी होने वाली है और रफ्तार को देखते हुए अभी कुछ और बेहतर प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं। लेकिन जैसे-जैसे अंतर बढ़ेगा, हम फायदा उठाने की कोशिश करेंगे।
घरेलू म्युचुअल फंड वर्तमान में मल्टी-कैप, लार्ज-कैप, लार्ज-ऐंड-मिड-कैप, मिड-कैप, स्मॉल-कैप और फ्लेक्सी-कैप इक्विटी योजनाओं में लगभग 18.3 लाख करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन करते हैं।