इंडसइंड इंटरनैशनल होल्डिंग्स (IIHL) ने इन्वेस्को ऐसेट मैनेजमेंट इंडिया में 60 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। इस तरह वह यूएसए के इन्वेस्को के साथ इन्वेस्को म्युचुअल फंड की संयुक्त प्रायोजक बन गई है। अप्रैल 2024 में पहली बार घोषित इस सौदे को सभी नियामकीय मंजूरियां मिल गई हैं।
यह संयुक्त उद्यम मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ नानावटी के नेतृत्व में उसी प्रबंधन के अधीन काम करता रहेगा। कंपनी ने संयुक्त उद्यम का नाम बदलने की योजना की घोषणा नहीं की है। इन्वेस्को म्युचुअल फंड भारत का 16वां सबसे बड़ा फंड हाउस है, जिसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां लगभग 1.3 लाख करोड़ रुपये हैं।
आईआईएचएल ने कहा कि भारत में इस परिसंपत्ति प्रबंधक द्वारा कुल परिसंपत्ति प्रबंधन लगभग 1.5 लाख करोड़ रुपये का है। इस सौदे से आईआईएचएल को भारत में तेजी से बढ़ते म्युचुअल फंड और परिसंपत्ति प्रबंधन कारोबार में प्रवेश मिलेगा जबकि इन्वेस्को को वितरण क्षेत्र में मजबूती मिलेगी।
आईआईएचएल ने एक विज्ञप्ति में कहा, दोनों साझेदार इस उद्यम में अपनी-अपनी क्षमता का योगदान देंगे। इसमें इन्वेस्को अपनी वैश्विक निवेश प्रबंधन विशेषज्ञता और योजनाओं की रेंज पेश करेगा जबकि आईआईएचएल अपनी प्रवर्तित इकाई और सहायक कंपनियों के माध्यम से देश भर में 11,000 से अधिक टचपॉइंट्स वाले मजबूत वितरण नेटवर्क का समर्थन देगा और 4.5 करोड़ ग्राहक आधार को सेवा प्रदान करेगा।
आईआईएचएल के अध्यक्ष अशोक हिंदुजा ने कहा कि यह सौदा कंपनी की वैश्विक वित्तीय महाशक्ति बनने की योजना के अनुरूप है। उन्होंने कहा, यह सबसे सही समय है जब भारत बढ़ती आय और जनसंख्या के अनुकूल आधार पर सभी भारतीयों (जिनमें प्रवासी भी शामिल) के लिए निवेश की अपार संभावनाएं पेश कर रहा है। हम पारदर्शी और कुशलतापूर्वक तरीके से अंतिम घर और अंतिम निवेशक तक पहुंचने का प्रयास करेंगे और निवेशकों की इस उम्मीद पर खरा उतरेंगे कि म्युचुअल फंड सही है।