भारत की सौर पैनल निर्माता वारी एनर्जीज (Waaree Energies) ने गुरुवार को कहा कि वे टैक्सस में एक संयंत्र लगाने के लिए 1 अरब डॉलर तक का निवेश करेगी। कंपनी स्वच्छ ऊर्जा के लिए बढ़ रही अमेरिकी मांग का लाभ उठाने के लिए यह संयंत्र लगा रही है।
भारत का सौर निर्माण उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और अमेरिका में इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ने लगा है। दोनों देश चीन से मुकाबले के लिए स्वच्छ ऊर्जा निर्माण की संभावना तलाश रहे हैं।
वारी ने कहा है कि वर्ष 2027 तक उसका टैक्सस संयत्र 3 गीगावॉट पैनल की सालाना क्षमता के साथ अमेरिका में सबसे बड़े सौर संयंत्रों में से एक बन जाएगा। इसकी शुरुआत 2024 के अंत तक हो जाएगी। इस संयंत्र से 1,500 से ज्यादा रोजगार पैदा होंगे। कंपनी ने वर्ष 2025 तक सोलर सेल इकाई जोड़ने का लक्ष्य रखा है।
वारी की योजनाएं एसबी एनर्जी के साथ दीर्घावधि आपूर्ति समझौते से जुड़ी हुई हैं। एसबी एनर्जी जापान के सॉफ्टबैंक ग्रुप द्वारा समर्थित क्लीन एनर्जी डेवलपर है।
वारी सोलर अमेरिका के अंतरिम मुख्य कार्याधिकारी सुनील राठी ने एक बयान में कहा, ‘ह्यूस्टन एरिया में नए संयंत्र की स्थापना कर वारी ऐसी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देगी, जिनसे अमेरिकी सौर उत्पादन मजबूत होगा, विदेशी स्रोतों पर निर्भरता घटेगी तथा अमेरिकी नौकरियों को बढ़ावा मिलेगा। हम अमेरिका और स्वच्छ ऊर्जा के लिए बढ़ रही उसकी मांग को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ कंपनी ने कहा है कि वारी के सोलर मॉड्यूलों के कई प्रमुख कलपुर्जे अमेरिका में बनाए जाएंगे।