स्पाइसजेट (SpiceJet) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने आज कहा कि विमानन कंपनी की ऋण शोधन प्रकिया शुरू करने का कोई सवाल ही नहीं है और ऐसी कोई भी अटकल पूरी तरह निराधार है।
एयरकैसल, स्पाइसजेट (SpiceJet) को पट्टे पर विमान देने वाली कंपनी ने इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट (एनसीएलटी) में मामला दायर किया था, जिसमें बकाया भुगतान न करने के लिए विमानन कंपनी के खिलाफ ऋण शोधन प्रक्रिया शुरू करने की मांग की गई थी। स्पाइसजेट वित्त वर्ष 19 से घाटे में चल रही है।
सिंह ने एक बयान में कहा कि हम अपने खड़े हुए बेड़े को फिर से सक्रिय करने तथा अधिक से अधिक विमानों को उड़ान में वापस लाने पर दृढ़ता से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस मोर्चे पर काम पहले ही शुरू हो चुका है और इसके लिये पांच करोड़ डॉलर के ईसीएलजीएस (आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना) कोष और खुद के पास उपलब्ध नकदी का उपयोग कर रही है।
गो फर्स्ट विमानन कंपनी ने 2 मई को अपनी उड़ानें निलंबित कर दी थीं और एनसीएलटी में दिवालिया प्रक्रिया शुरू कर दी थी। प्रतिदिन लगभग 200 उड़ानों का परिचालन करने वाली कंपनी गो फर्स्ट के अचानक बाहर निकलने से भारतीय विमानन बाजार में एक खालीपन आ गया है। स्पाइसजेट अपने खड़े विमानों को सेवा में वापस लाकर इस खालीपन को भरने की कोशिश कर रही है।
सिंह ने कहा कि ऋण शोधन के लिये याचिका दाखिल करने का कोई सवाल ही नहीं है। इसके बारे में अटकलें पूरी तरह से निराधार हैं।