IPO लाने जा रही ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी बिजनेस ने कहा है कि वित्त वर्ष 23 में उसका राजस्व 510 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,782 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2022 में 456 करोड़ रुपये रहा था। कुल राजस्व में परिचालन से मिलने वाला राजस्व व अन्य आय शामिल है।
वित्त वर्ष 23 के लिए एबिटा नुकसान इससे पिछले वित्त वर्ष 157 फीसदी के मुकाबले सुधरकर 43 फीसदी रह गया। हालांकि सॉफ्टबैंक समर्थित कंपनी ने नुकसान के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया।
मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया है कि ओला इलेक्ट्रिक का शुद्ध नुकसान कथित तौर पर वित्तवर्ष 23 में दोगुना होकर करीब 1,472 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 784.1 करोड़ रुपये रहा था क्योंकि खर्च में काफी बढ़ोतरी हुई। कंपनी ने 1,318 करोड़ रुपये का एबिटा नुकसान दर्ज किया क्योंकि कुल खर्च उछलकर 3,383 करोड़ रुपये पर पहुच गया, जो वित्त वर्ष 22 में 1,240 करोड़ रुपये रहा था।
भाविश अग्रवाल की अगुआई वाली कंपनी ने कहा कि मजबूत वृद्धि और निकट भविष्य में लाभ में आने के लिए कुछ पहल की है। इनमें नया प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो शामिल है। ओला ने हाल में एस-1 पोर्टफोलियो का विस्तार जेनरेशन-2 प्लेटफॉर्म के साथ पांच स्कूटरों तक किया है। कंपनी अभी एस 1 प्रो (दूसरी पीढ़ी), एस 1 एयर और एस 1 एक्स (तीन वैरिएंट) बेचती है।
इसके अलावा कंपनी का ध्यान बिक्री व सेवा नेटवर्क के विस्तार पर भी है। कंपनी ने अपने डी2सी ओम्नीचैनल वितरण नेटवर्क का वित्तवर्ष 23 में विस्तार किया है।
कैलेंडर वर्ष 23 में 31 अक्टूबर तक कंपनी के 935 एक्सपेरिएंस सेंटर और 392 सर्विस सेंटर थे।ओला अपने शोध व विकास परिचालन को भी मजबूत बना रही है। उसने भारत व ब्रिटेन में अपने आरऐंडडी केंद्र को मजबूत किया है, जो मुख्य ईवी कलपुर्जे व नए ईवी उत्पाद की डिजाइनिंग व डेवलपमेंट पर ध्यान केंद्रित करता है।
ओला ने अपने बैटरी इनोवेशन सेंटर बेंगलूरु का परिचालन अगस्त 2023 में शुरू कर दिया है और यह बैटरी के विकास आदि पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।