भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) की समीक्षा के लिए तैयार हो गए हैं। यह व्यापार समझौता होने के एक साल बाद मई में यह समीक्षा होने की उम्मीद है। इससे दोनों देशों के पोर्टल का एकीकरण होने से दोनों देशों के व्यापार को बढ़ावा मिल सकता है। यह जानकारी वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने दी।
अधिकारी ने कहा, ‘हम देखेंगे कि कैसे पोर्टलों का एकीकरण होगा। उनके सिंगल विंडो पोर्ट है और हमारा यूएलआईपी (यूनिफाइड लॉजिस्टिक्स इंटरफेस पोर्टल) है। हम इस बारे में डीपीआईआईटी से बातचीत कर रहे हैं। इससे मालवाहक पोत कहां चल रहा है, उसका रियल टाइम के आधार पर आंकड़ा साझा कर सकेंगे। इससे बर्थ को प्राथमिकता दी जा सकेगी।
बंदरगाह पर मालवाहक पोत के पहुंचने पर उसे प्राथमिकता दी जा सकेगी।’ अधिकारी ने कहा कि व्यापार में ऐसी सहूलियतें मिलने से हम निर्यात को बढ़ा सकते हैं। इससे लॉजिस्टिक्स की लागत कम हो जाएगी। वाणिज्य मंत्रालय को उम्मीद है कि यूएई को निर्यात उच्चतम स्तर पर पहुंच जाएगा।
वित्त वर्ष 23 में करीब 32 अरब डॉलर का निर्यात होने की उम्मीद है जबकि वित्त वर्ष 22 में 28 अरब डॉलर का निर्यात हुआ था।