इस साल त्योहारी सीजन के दौरान गिग कामगारों (Gig Workers) की आमदनी पिछले साल की इसी अवधि के दौरान कम से कम 48 फीसदी बढ़ी है। गिग प्लेटफॉर्म पिक माई वर्क ने यह जानकारी दी। प्लेटफॉर्म के अनुसार मांग और गिग कामगारों की संख्या में इजाफा होने के कारण ऐसा हुआ।
आमदनी में वृद्धि के अलावा पिक माई वर्क ने बताया कि गिग कामगारों का आधार भी इस दौरान 160 फीसदी बढ़ा है। साथ ही प्लेटफॉर्म पर सक्रिय महिला कामगारों की संख्या में भी साल भर में 105 फीसदी का इजाफा हुआ है।
पिक माई वर्क के सह-संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी विद्यार्थी बद्दीरेड्डी ने कहा, ‘हम इस साल त्योहारी सीजन के दौरान पिक माई वर्क में अपने गिग कामगारों की कमाई में उल्लेखनीय वृद्धि देखकर काफी खुश हैं। हम सिर्फ संख्याओं का जश्न नहीं मना रहे हैं बल्कि हम हर उस गिग कामगार की कहानी, सपनों और महत्त्वाकांक्षाओं का जश्न मना रहे हैं जो हमारे परिवार का हिस्सा है।’
कंपनी अपने गिग कामगारों को पारंपरिक सामान पहुंचाने वाले गिग (डिलिवरी गिग) की तुलना में प्रति घंटे तीन गुना अधिक रकम देने का वादा करती है। प्लेटफॉर्म उन एजेंटों को सोर्स, प्रशिक्षित और प्रबंधित करता है जो कंपनी के उत्पादों और संभावित ग्राहकों के बीच कड़ी होते हैं।
जॉब पोर्टल टीमलीज के आंकड़ों के अनुसार इस त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने के कारण उम्मीद है कि गिग की विभिन्न श्रेणियों में कम से कम 8 लाख नए रोजगार के अवसर पैदा हुए होंगे। इनमें अस्थायी, गिग और अंशकालिक पद शामिल हैं। पिछले त्योहारी सीजन के दौरान 4 लाख गिग कामगारों के लिए रोजगार के अवसर बने थे।
फ्लिपकार्ट और एमेजॉन जैसी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों ने पहले ही कहा था कि इस बार त्योहारी सीजन के दौरान वे 1 लाख नए अवसर पैदा करेंगी। इसका मुख्य कारण उनके प्रमुख बिक्री कार्यक्रम क्रमशः द बिग बिलियन डे (टीबीबीडी) और ग्रेट इंडियन फेस्टिवल के दौरान ग्राहकों की बढ़ी हुई मांग थी।
बिज़नेस स्टैंडर्ड ने पहले ही बताया था कि मांग में वृद्धि का सबसे अधिक फायदा डिलिवरी करने वाले यानी सामान पहुंचे वाली कंपनियों को हुआ है।
ईकॉम एक्सप्रेस जैसी बड़ी लॉजिस्टिक्स कंपनियों को उम्मीद है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल त्योहारी सीजन के दौरान उनके कार्यबल में 50 फीसदी का इजाफा हुआ। इसी तरह लॉजिस्टिक्स कंपनी आई थिंक लॉजिस्टिक्स को भी गिग कामगारों की मांग में 30 से 40 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है।