आईआईएफएल समूह की निवेश फर्म आईआईएफएल फिनटेक फंड (IIFL Fintech Fund) ने ट्रस्टचेकर में हिस्सेदारी बिक्री सौदे के साथ अपनी पहली निकासी की घोषणा की है। यह हिस्सेदारी कॉलर आईडेंटिफिकेशन ऐप ट्रूकॉलर को बेची गई।
बेंगलूरु के धोखाधड़ी पता करने वाले इस प्लेटफॉर्म में मार्च 2022 में आईआईएफएल फिनटेक फंड ने निवेश किया था।
ट्रूकॉलर ने 6 अक्टूबर को यूनोआइडियो टेक्नोलीज के अधिग्रहण की घोषणा की, जो ट्रस्टचेकर के जरिये फ्रॉड डिटेक्शन यानी धोखाधड़ी पता लगाने की सेवा प्रदान करती है।
हालांकि ट्रूकॉलर ने इस सौदे के आकार का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उसका कहना है कि प्लेटफॉर्म का अधिग्रहण मौजूदा नकदी के जरिये किया गया है।
इस सौदे के बाद, आईआईएफएल ने कहा है कि उसने निवेश के 18 महीने के बाद बाहर निकलने पर अपने निवेशकों को 80 प्रतिशत प्रतिफल दिया है।
आईआईएफएल फिनटेक फंड में फंड प्रबंधक मेहेक्का ओबरॉय ने कहा, ‘शुरू से ही हमारा ध्यान, न सिर्फ निवेशकों के तौर पर काम करने बल्कि अपनी निवेशित कंपनियों के साथ भागीदारी पर रहा है। ट्रस्टचेकर के साथ भी हमने व्यवसायों में तेजी लाने के लिए उत्पाद और प्लेटफॉर्म को मजबूत बनाने के लिए प्रयासरत रहे हैं। हम 80 प्रतिशत आईआरआर (इंटरनल रेट ऑफ रिटर्न) हासिल कर अपने निवेशकों को जल्द (18 महीने से भी कम समय में) लाभ सुनिश्चित करने में सक्षम रहे हैं। इससे अपने निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा प्रतिफल देने की हमारी प्रतिबद्धता का पता चलता है।’
आईआईएफएल फिनटेक फंड की शुरुआत 210 करोड़ रुपये और दो समूह कंपनियों (आईआईएफएल फाइनैंस और आईआईएफएल सिक्योरिटीज) के सहयोग से अगस्त 2021 में की गई थी।
फंड ने कहा है कि उसने ट्रेंडलाइन, लीगेलिटी, फिनोबॉक्स, डेटासुट्रम, मल्टीपल, फिनेरकीन, ट्रस्टचेकर, फिनवू, इंश्योरेंस संबंधन और इजीरिवार्ड्ज जैसे नए जमाने के फिनटेक स्टार्टअप में निवेश किया है।
ट्रस्टचेकर के सह-संस्थापक अधीप रमेश ने कहा, ‘आईआईएफएल फिनटेक फंड हमारी उत्पाद विकास एवं व्यावसायिक विकास रणनीति में मददगार साबित हुआ। उसने कोष उगाही और विलय-अधिग्रहण प्रक्रियाओं में अहम योगदान दिया।’