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Delhi Pollution: राजधानी की हवा बेहद खराब श्रेणी में, ग्रेटर नोएडा दिल्ली से भी ज्यादा प्रदू​षित

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के AQI बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में दिल्ली का AQI मंगलवार को 359 दर्ज किया गया, जो सोमवार को 347 था।

Last Updated- October 31, 2023 | 11:16 PM IST
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दिल्ली में बीते कुछ दिनों से प्रदूषण बढ़ रहा है। दिल्ली के आस पास के शहरों में भी प्रदूषण के स्तर में इजाफा हुआ है। दिल्ली समेत इन शहरों में मंगलवार को धुंध छाई रही। दिल्ली में लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। आने वाले कुछ और दिनों तक इसके बहुत खराब श्रेणी में बने रहने के आसार हैं। हालांकि पूरे साल अक्टूबर तक हवा की गुणवत्ता पिछले साल की समान अवधि की तुलना में बेहतर रही है।

दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद की हवा बेहद खराब

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के AQI बुलेटिन के मुताबिक बीते 24 घंटे में दिल्ली का AQI मंगलवार को 359 दर्ज किया गया, जो सोमवार को 347 था। ग्रेटर नोएडा की हवा दिल्ली से भी ज्यादा खराब है। यहां 375 AQI दर्ज किया गया। नोएडा में यह 329 और फरीदाबाद में 320 रहा। 301 से 400 के बीच AQI को बेहद खराब श्रेणी में माना जाता है। गाजियाबाद और गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर उपरोक्त शहरों की तुलना में कम रहा। गाजियाबाद में AQI मंगलवार को 251 और गुरुग्राम में यह 254 दर्ज किया गया।

रात के समय हवा की गति धीमी होने और तापमान में गिरावट के कारण दिल्ली में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली के लिए केंद्र की वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार हवा की गुणवत्ता कुछ और दिन तक बहुत खराब रहने के आसार हैं। इस साल अक्टूबर में दिल्ली की वायु गुणवत्ता 2020 के बाद से सबसे खराब रही। इसकी वजह बारिश की कमी है।

इस साल अक्टूबर तक हवा की गुणवत्ता पिछले साल से बेहतर

प्रदूषण के मामले में इस साल दिल्ली में सुधार देखने को मिल रहा है। इस साल प्रदूषित दिनों की संख्या में कमी आई है और अच्छी हवा वाले दिनों की संख्या में इजाफा हुआ है। पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में भी गिरावट आई है। CAQM के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी-अक्टूबर अवधि में दैनिक औसत वायु गुणवत्ता कोविड काल को छोड़कर बीते 6 साल में सबसे अच्छी रही। इस अवधि में दैनिक औसत AQI 172 दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 187 था।

वर्ष 2021 की समान अवधि में 179, 2019 में 193 और 2018 की इसी अवधि में 201 था। कोविड वाले वर्ष 2020 में यह 156 दर्ज किया गया था। AQI का स्तर बारिश और हवा के स्तर से बहुत प्रभावित होता है। दिल्ली में अक्टूबर महीने में एक दिन में केवल 5.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जो 2022 के अक्टूबर में दौरान 6 और 7 दिनों की बारिश के मुकाबले कम है। इस साल अक्टूबर में हवा की गति भी काफी धीमी रही। बारिश और हवा की गति में कमी के बावजूद इस साल अक्टूबर में दैनिक औसत AQI पिछले साल के अक्टूबर की तुलना में थोड़ा ही अधिक रहा। इस अक्टूबर यह AQI 219 दर्ज किया गया, जबकि पिछले साल अक्टूबर में यह 210 था।

अच्छे दिनों की संख्या बढ़ी, पीएम 2.5 और पीएम 10 स्तर गिरा

दिल्ली में इस साल अक्टूबर तक प्रदूषण के लिहाज से अच्छे दिनों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। जनवरी-अक्टूबर में अच्छे से मध्यम (200 से कम AQI) AQI वाले दिनों की संख्या 206 दर्ज की गई। पिछले साल इसी अवधि में इन दिनों की संख्या 160 ही थी। वर्ष 2021 में यह आंकड़ा 197, वर्ष 2019 में 175 और 2018 में 157 था। इस बीच, इस साल के पहले 10 महीने के दौरान 2.5 और पीएम 10 के स्तर में भी कमी आई है।

इस साल जनवरी-अक्टूबर में औसत पीएम 2.5 करीब 75 µgm/m3 दर्ज किया गया, जबकि 2020 को छोड़कर 2017 से 2022 के बीच यह 81 से 95µgm/m3 रहा। पीएम 10 के स्तर में भी इस साल कमी देखने को मिली है। इस साल की जनवरी-अक्टूबर अवधि में औसत पीएम 10 का स्तर 173 रहा, जो 2020 को छोड़कर 2017 से 2022 के दौरान दर्ज किए पीएम 10 के स्तर 182 से 220 µgm/m3 से कम है।

First Published - October 31, 2023 | 8:03 PM IST

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