नवी मुंबई हवाईअड्डे के निर्माण में देर हो रही है और वाणिज्यिक परिचालन की शुरुआत 2024 के बजाय 2025 में होने की संभावना है। विमानन क्षेत्र की सलाहकार फर्म कापा (सीएपीए) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।
इस मामले के संबंध में पूछे जाने पर अदाणी समूह ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि नवी मुंबई हवाईअड्डा परियोजना निर्धारित योजना के अनुसार क्रियान्वित की जा रही है और बिना किसी देर के दिसंबर 2024 की निर्धारित मूल तिथि तक चालू हो जाएगा।
इस हवाई अड्डे के निर्माण और परिचालन दोनों के लिए ही जिम्मेदार नवी मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड अदाणी समूह की सहायक कंपनी है। इस साल की शुरुआत में अदाणी समूह ने एक निवेशक बैठक में कहा था कि हवाईअड्डा दिसंबर 2024 तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने की राह पर है।
कापा की रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक महामारी से पहले की 7.5 प्रतिशत से अधिक वृद्धि दर के मद्देनजर मुंबई हवाई अड्डा अगले तीन से चार साल के भीतर कार्यान्वयन की पूर्ण क्षमता सीमा तक पहुंच सकता है। मुंबई हवाईअड्डे का परिचालन करने वाली मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) भी अदाणी समूह का हिस्सा है।
मायल दक्षता सुधार और क्षमता विस्तार के लिए वित्त वर्ष 24 तक करीब 2,800 करोड़ रुपये का निवेश करने वाली है।
मुंबई हवाई अड्डे और नवी मुंबई हवाई अड्डे के बीच की दूरी करीब 35 किलोमीटर है।
कापा ने कहा कि मायल को नवी मुंबई में आगामी हवाई अड्डे की वजह से स्वाभाविक यातायात परिवर्तन के जोखिम का भी सामना करना पड़ रहा है। इसका परिचालन 2024 के अंत तक शुरू होने वाला है, हालांकि चल रही देरी का मतलब है कि यह तारीख 2025 में आने की अधिक संभावना है।
अदाणी समूह ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि वह टर्मिनल और मुंबई हवाई अड्डे पर एयरसाइड क्षमता बेहतर करने के लिए कई पहल कर रहा है। उसका कहना है कि मुंबई हवाई अड्डे के पीईएससी क्षेत्र (जहाज में चढ़ने से पहले का सुरक्षा क्षेत्र) में प्रोसेसिंग स्पेस को तकरीबन दोगुना कर लगभग 2,075 वर्ग मीटर किया जा रहा है।
परियोजना में आठ नई सुरक्षा लेन (पीईएससी में) भी जोड़ी गईं, जिसमें एक बिल्कुल नई डोमेस्टिक-टु-डोमेस्टिक (डी2डी) स्थानांतरण सुविधा भी शामिल है।