बेंगलुरु की इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन (ईवी) विनिर्माता अल्ट्रावायलेट ने आज पेरिस में अपनी प्रमुख मोटरसाइकलें एफ77 मैक2 और एफ77 सुपरस्ट्रीट पेश कीं। इसी के साथ कंपनी ने दावा किया कि वह यूरोपीय संघ (ईयू) को बाइक निर्यात करने वाली पहली भारतीय ई-दोपहिया विनिर्माता बन गई है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में अल्ट्रावायलेट के मुख्य कार्य अधिकारी और सह-संस्थापक नारायण सुब्रमण्यम ने कहा कि यूरोपीय संघ में उनकी बाइकों की प्रमाणन प्रक्रिया में एक साल से अधिक समय लगा क्योंकि वहां नियम सख्त हैं। लेकिन इससे ई-दोपहिया विनिर्माता के लिए 40 बाजार और खुल गए हैं।
सुब्रमण्यम ने कहा, ‘हालांकि हम कई देशों में शुरुआत कर रहे हैं। लेकिन प्रतीकात्मक कारण से पेरिस को (शुरुआत के लिए) चुना गया था। एफिल टॉवर यूरोप का सबसे प्रतिष्ठित स्मारक है, जो शुरुआत करने के लिए अच्छी जगह है। लेकिन हां, हम दूसरे देशों से संबंधित कार्यक्रम भी करेंगे।’ अल्ट्रावायलेट पहले ही जर्मनी में शुरुआत कर चुकी है।
बिक्री बढ़ाने के लिए ई-बाइक की कीमतों को जानबूझकर तेल-गैस इंजन वाले वाहनों के मुकाबले प्रतिस्पर्धी रखा गया है। सुब्रमण्यम ने दावा किया, ‘हालांकि यूरोपीय संघ में मोटरसाइकिलिंग की मजबूत संस्कृति है (रोजाना और लंबी दूरी के लिहाज से), लेकिन इलेक्ट्रिक मोटरसाइकल क्षेत्र में शायद ही ऐसा कोई विकल्प है, जिनके दाम तेल-गैस वाले वाहनों के बराबर हों।’उन्होंने कहा कि बीएमडब्ल्यू बाइक यूरोप में लोकप्रिय विकल्प है।
31 जुलाई तक प्री-बुकिंग के लिहाज से एफ77 मैक 2 के खास शुरुआती दाम 8,990 यूरो हैं (इसके बाद सामान्य दाम 9,990 हैं) और एफ77 सुपरस्ट्रीट 9,290 यूरो के खास शुरुआती दामों पर (सामान्य दाम 10,390 यूरो) उपलब्ध होगी। कंपनी पहले चरण में जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल और ब्रिटेन जैसे देशों को लक्ष्य कर रही है, जो यूरोप में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 70 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं। वित्त वर्ष 26 के लिए उसका लक्ष्य इन बाजारों में अपने वाहनों की प्रायोगिक शुरुआत करना है।