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टाटा मोटर्स 1 मई से अपने यात्री वाहनों के दामों में लगभग 0.6 फीसदी तक की वृद्धि करेगी। कंपनी ने आज यह जानकारी दी। इसके साथ ही वह उद्योग की उन प्रतिस्पर्धियों में शामिल हो जाएगी, जिन्होंने वित्त वर्ष 24 की शुरुआत में इसी तरह की घोषणा की है।
टाटा मोटर्स ने तीन घोषणाओं के जरिये वित्त वर्ष 23 में यात्री वाहनों की कीमतों में 2.8 फीसदी तक का इजाफा किया है। कंपनी ने कहा कि 1 मई से कीमतों में यह ‘मामूली’ बढ़ोतरी संस्करण और मॉडल पर निर्भर करेगी।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि टाटा मोटर्स विनियामक परिवर्तनों और संपूर्ण इनपुट लागत में वृद्धि के कारण लागत में इजाफे का एक अच्छा-खासा हिस्सा वहन कर रही है, इसलिए इस वृद्धि के जरिये वह कुछ हिस्सा उपभोक्ता पर डालने के लिए विवश है।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) के अनुसार वर्ष 2022-23 में यात्री वाहनों की घरेलू थोक बिक्री 26.7 फीसदी बढ़कर 38.9 लाख वाहन से भी अधिक हो चुकी है। वित्त वर्ष 24 में वाहन उद्योग को मात्रा में पांच से सात फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है।
भारत द्वारा बीएस 6 चरण 2 नामक नए उत्सर्जन मानदंडों की दिशा में बढ़ने से टाटा मोटर्स ने 1 अप्रैल से अपने वाणिज्यिक वाहनों के दामों में पांच फीसदी तक की बढ़ोतरी की। पिछले वित्त वर्ष के बाद से वाणिज्यिक वाहनों के मामले में यह कंपनी की चौथी दाम बढ़ोतरी थी। पहली दाम वृद्धि की घोषणा मार्च की गई थी और यह अप्रैल 2022 में प्रभावी हो गई थी। कंपनी ने जुलाई 2022 और जनवरी 2023 में दोबारा वाणिज्यिक वाहनों की कीमतों में इजाफा किया, जिससे कुल वृद्धि तकरीबन 12 फीसदी हो गई।
वाहन निमाताओं की लागत बढ़ी है, क्योंकि करीब तीन तिमाहियों के बाद इस्पात कंपनियों ने अनुबंध कीमतों में वृद्धि का दबाव बनाया है। इस्पात लागत का योगदान कारों और यूटिलिटी वाहनों के लिए कुल कच्चे माल की लागत में करीब आठ फीसदी, दोपहिया में सात फीसदी और सीवी में 9 फीसदी है।
टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील और आर्सेलरमित्तल निप्पॉन स्टील इंडिया (एएम/एनएस इंडिया) इस्पात कीमतों में तेजी को ध्यान में रखते हुए अप्रैल-जून अनुबंधों के लिए वाहन मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) के साथ बातचीत कर रही हैं। मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) ने मार्च में कहा कि वह अप्रैल से कीमतें बढ़ाएगी, हालांकि उसने इसका खुलासा नहीं किया कि कितनी कीमत वृद्धि की जाएगी।
टाटा मोटर्स और दोपहिया निर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने कहा है कि वे 5 फीसदी और 2 फीसदी तक कीमतें बढ़ाएंगी, क्योंकि नए उत्सर्जन मानकों को पूरा करने के लिए उन्हें बढ़ती लागत से जूझना पड़ रहा है। दिसंबर से मार्च तक इस्पात की हाजिर कीमतें अमेरिका में करीब 49 फीसदी, यूरोप में 22 फीसदी तक बढ़ीं। घरेलू बाजार में 12 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई। जिंस कीमतें पिछले साल अप्रैल तक चढ़ी थीं और उसके बाद इनमें गिरावट आई।