पिछले कुछ वर्षों के दौरान वाहन क्षेत्र के अन्य सेगमेंटों से पिछड़ने के बाद, दोपहिया के प्रदर्शन में कमजोरी अब दूर होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2019 से वित्त वर्ष 2022 की अवधि के दौरान 36.3 प्रतिशत की बिक्री गिरावट दर्ज करने के बाद इस क्षेत्र ने वित्त वर्ष 2023 में सुधार दर्ज किया और बिक्री में 17 प्रतिशत की तेजी आई।
हालांकि बिक्री अभी भी वित्त वर्ष 2019 के 2.1 करोड़ वाहनों के ऊंचे स्तर के मुकाबले अभी भी कमजोर है, लेकिन दो अंक की वृद्धि की रफ्तार लंबे समय तक बरकरार रहने की संभावना है। यह ग्रामीण मांग में सुधार, मजबूत रीप्लेसमेंट चक्र, कम इन्वेंट्री और मजबूत स्वामित्व लागत की वजह से संभव है।
जेफरीज इंडिया के इक्विटी रिसर्च के विश्लेषकों नितिज मंगल और सागर साहू का कहना है कि वित्त वर्ष 2019-22 के दौरान बड़ी गिरावट से दोपहिया सेगमेंट के लिए अनुकूल आधार तैयार हुआ। उनका मानना है कि दोपहिया रीप्लेसमेंट चक्र के लिए अनुकूल है और वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2025 के दौरान 18 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ यात्री वाहन वृद्धि पीछे रह सकती है।
चिराग जैन समेत एमके रिसर्च के विश्लेषक दोपहिया क्षेत्र के परिदृश्य पर उत्साहित हैं और उन्हें वित्त वर्ष 2023 से वित्त वर्ष 2025 की अवधि के दौरान सुधार की दर 13 प्रतिशत सालाना बिक्री वृद्धि के आसपास बरकरार रहने की उम्मीद है।
मजबूत मांग सेगमेंट-आधारित चुनौतियां (नियामकीय और जिंस आधारित ऊंची लागत वृद्धि) घटने की वजह से संभव दिख रही है। साथ ही इन्वेंट्री में कमी आने से भी मदद मिलने की संभावना है।
दोपहिया कंपनियों के शेयरों में कुछ अनुमानों में कहा गया है कि इनमें मार्च (28 मार्च) के निचले स्तरों से 9 प्रतिशत से 13 प्रतिशत के बीच तेजी आएगी।
अपने प्रतिस्पर्धी सूचकांक के मुकाबले, बीएसई ऑटो सूचकांक 8 प्रतिशत तक चढ़ा है, जबकि एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स में समान अवधि के दौरान 5 प्रतिशत तक की तेजी आई।
उन्हें शहरी-केंद्रित श्रेणियों (प्रीमियम मोटरासाइकिल और स्कूटर) द्वारा वृद्धि की लगातार अगुआई करने का अनुमान है, क्योंकि इन श्रेणियों से जुड़ी कंपनियों ने महंगे वाहनों के साथ साथ सुविधाओं पर लगातार ध्यान केंद्रित किया है। सूचीबद्ध क्षेत्र में वित्त वर्ष 2023 की जनवरी-मार्च तिमाही का प्रदर्शन और बिक्री वृद्धि पर नजर रखना प्रमुख अल्पावधि कारक हागा। घरेलू दोपहिया की थोक बिक्री मार्च के साथ साथ वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में भी सालाना आधार पर करीब 6-8 प्रतिशत बढ़ी। हालांकि तिमाही आधार पर, मोटरसाइकिलों के लिए सुस्त मांग और ग्रामीण सेगमेंट में धीमे सुधार की वजह से इसमें गिरावट दर्ज की गई।
बाजार को ग्रामीण धारणा, आय स्तर सुधरने की वजह से बिक्री बढ़ने का अनुमान है और वित्त वर्ष 2024 की अप्रैल-जून तिमाही में शादियों के सीजन की शुरुआत होने से इसमें तेजी आएगी।
इसके अलावा, अल नीनो का खतरा भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के ताजा अपडेट के बाद से कमजोर पड़ा है। इससे हीरो मोटोकॉर्प जैसी कंपनियों को लाभ मिलना चाहिए, जो एंट्री-लेवल सेगमेंट में दबदबा रखती हैं और ग्रामीण बाजारों से अपने राजस्व का बड़ा हिस्सा हासिल करती हैं।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह का मानना है कि वाहन उद्योग भविष्य में संभावित ग्रामीण आर्थिक सुधार की मदद से वित्त वर्ष 2024 में सभी सेगमेंटों में मजबूत बिक्री दर्ज करेगा, और उसे रबी सीजन में शानदार कृषि पैदावार से मदद मिलेगी।
मंगलवार को आईएमडी ने अनुमान जताया था कि इस साल अल नीनो की आशंका के बावजूद दक्षिण-पूर्व मॉनसून के दौरान सामान्य बारिश रहेगी। शाह ने कहा कि यह वाहन क्षेत्र, खासकर ग्रामीण उत्पादों के लिए सकारात्मक घटनाक्रम है। हीरो दोपहिया क्षेत्र में इस ब्रोकरेज का पसंदीदा शेयर है।
निर्यात बाजारों में कमजोरी को देखते हुए, घरेलू-केंद्रित कंपनियां अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं, क्योंकि उन्हें निर्यात बाजारों से बड़ी भागीदारी मिल सकती है, जिनमें मुख्य रूप से बजाज ऑटो और टीवीएस मोटर कंपनी (टीवीएस) शामिल हैं। दोनों कंपनियों ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में बिक्री वृद्धि में गिरावट दर्ज की, जबकि हीरो ने 2.5 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। तिमाही में दो निर्यातकों का मार्जिन प्रदर्शन हीरो और आयशर मोटर्स (रॉयल एनफील्ड) से पीछे रहा है और बजाज ऑटो के मुनाफे पर ज्यादा दबाव पड़ रहा है।
बिक्री में सुधार के अलावा, निवेशकों को सस्ता मूल्यांकन भा रहा है। एमके रिसर्च के मुख्य पसंदीदा शेयरों में टीवीएस और आयशर मोटर्स शामिल हैं।
टीवीएस कई ब्रोकरों का पसंदीदा है।
इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में बढ़ रही भागीदारी और प्रीमियम मोटरसाइकिलों, स्कूटरों की श्रेणियों में ज्यादा लगाव बरकरार है। एमके रिसर्च का मानना है कि इनसे कंपनी को मजबूत सुधार की राह पर लगातार आगे बढ़ने में मदद मिल रही है।