प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो
देश के वाहन उद्योग ने यात्री वाहनों, दोपहिया वाहनों और तिपहिया वाहनों में नवंबर का अब तक का अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन दर्ज किया है। त्योहारी मांग और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में कटौती की वजह से ऐसा हुआ है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सायम) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। विश्लेषकों का मानना है कि यह वृद्धि अक्टूबर में त्योहारों के समय बुक की गई उन गाड़ियों से हुई, जिनकी डिलिवरी नवंबर में हुई। कुल मिलाकर सभी श्रणियों में मांग दमदार रही।
प्राइमस पार्टनर्स के सलाहकार अनुराग सिंह ने कहा, ‘नवंबर में यात्री वाहनों की बिक्री बहुत अच्छी रही और इसमें पिछले साल के मुकाबले 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। हालांकि इस बढ़ोतरी का एक हिस्सा त्योहारों के दौरान बुक की गई गाड़ियों का रहा, लेकिन सभी श्रेणियों में मांग जोरदार रही। दिलचस्प बात यह है कि 4 मीटर से छोटी वाली जिन गाड़ियों को जीएसटी में अधिक कटौती का फायदा मिला, उनकी बिक्री दूसरी वाहन श्रेणी के साथ उसी दर से बढ़ी।’
डीलरों के भेजी गई यात्री वाहनों की खेप 18.7 प्रतिशत बढ़कर 4,12,405 हो गई, जो नवंबर में इस श्रेणी की सबसे ज्यादा है। तिपहिया वाहनों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले 21.3 प्रतिशत बढ़कर 71,999 और दोपहिया वाहनों की 21.2 प्रतिशत बढ़कर 19,44,475 हो गई। दोनों की बिक्री इस महीने रिकॉर्ड स्तर पर रही। नवंबर 2025 में यात्री वाहनों की घरेलू बिक्री 18 प्रतिशत बढ़ी, जो 3,00,459 से बढ़कर 3,54,969 हो गई। इस बढ़ोतरी में सभी छोटी श्रेणियों का योगदान रहा। यात्री कारों की घरेलू बिक्री 16 प्रतिशत बढ़ी, यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 19 प्रतिशत बढ़ी और वैन की बिक्री में 24.7 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी हुई।
सायम के महानिदेशक राजेश मेनन ने कहा, ‘त्योहारों की मांग और सरकार के प्रगतिशील जीएसटी 2.0 सुधारों के समर्थन के बाद भारतीय वाहन उद्योग ने नवंबर 2025 में बिक्री की रफ्तार जारी रखी। उद्योग को उम्मीद है कि लगातार सहायक नीतिगत सुधारों और बाजार के बेहतर मनोबल से यह वृद्धि साल 2026 तक जारी रहेगी।’
नवंबर में तिपहिया बिक्री 24.6 प्रतिशत बढ़कर 59,446 वाहन हो गई, जो ज्यादातर यात्री वाहनों के बल पर हुई। माल ढुलाई वाले वाहनों की बिक्री 10.9 प्रतिशत बढ़कर 10,874 तक पहुंच गई। उद्योग की इलेक्ट्रिक वाहन श्रेणी का प्रदर्शन मिला-जुला रहा। ई-रिक्शा की बिक्री 25.6 प्रतिशत गिरकर 1,136 रह गई और ई-कार्ट की बिक्री 87.9 प्रतिशत बढ़कर 543 हो गई, जिससे अंतिम छोर तक की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में असमान रफ्तार का पता चलता है।
दोपहिया श्रेणी ने बढ़त का रुख जारी रखा और नवंबर में अपना अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। स्कूटर की बिक्री 29.4 प्रतिशत बढ़कर 7,35,753 हो गई, जो शहरी इलाकों में दमदार मांग दर्शाती है। मोटरसाइकल की बिक्री 17.5 प्रतिशत बढ़कर 11,63,751 हो गई, जिसे ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में लगातार खरीदारी का समर्थन मिला। अलबत्ता मोपेड की बिक्री 2.1 प्रशित गिरकर 44,971 रह रह गई। कुल मिलाकर दोपहिया उद्योग ने नवंबर में 19,44,475 वाहनों की बिक्री दर्ज की, जिसने इस महीने के लिए एक नया बेंचमार्क स्थापित किया।