अगस्त और सितंबर में त्योहारों के दौरान उच्च घरेलू मांग के कारण स्मार्टफोन निर्यात में आई थोड़ी मंदी के बाद अब एक बार फिर निर्यात में तेजी आई है। इसके साथ ही अक्टूबर में यह रिकॉर्ड 2.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया। यह अक्टूबर महीने और चालू वित्त वर्ष दोनों के लिए अब तक का सबसे बड़ा निर्यात आंकड़ा है। पिछले साल इसी महीने में स्मार्टफोन निर्यात 2 अरब डॉलर रहा था।
नतीजतन, उद्योग और व्यापार निकायों के शुरुआती अनुमानों के अनुसार वित्त वर्ष 2025-26 के पहले सात महीनों (अप्रैल-अक्टूबर) के लिए कुल स्मार्टफोन निर्यात 16 अरब डॉलर तक पहुंच गया। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में दर्ज 10.6 अरब डॉलर की तुलना में लगभग 50 फीसदी की वृद्धि है। केवल इन सात महीनों में हुए निर्यात ने पूरे 2023-24 के दौरान हासिल किए गए 15.5 अरब डॉलर के निर्यात को पहले ही पीछे छोड़ दिया है।
कुल निर्यात में से लगभग 75 फीसदी ऐपल के दो विक्रेताओं फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स से आया है। फॉक्सकॉन के दो और टाटा के तीन संयंत्र परिचालन में हैं। अनुमान के मुताबिक, सैमसंग का योगदान लगभग 14 फीसदी रहा, जबकि शेष 11 फीसदी हिस्सेदारी अन्य कंपनियों की रही। इनमें पैडगेट टेक्नॉलजीज जैसी भारतीय कंपनियां और छोटे प्रत्यक्ष निर्यातक शामिल हैं।
हालांकि, इस बारे में ऐपल इंक और सैमसंग से पूछे गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला।