त्योहारी सीजन के बाद भी ग्राहकों की लगातार दिलचस्पी के कारण नवंबर के दौरान देश में यात्री वाहनों की खुदरा ब्रिकी में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन्स (फाडा) ने आज यह जानकारी दी।
फाडा के अध्यक्ष सीएस विघ्नेश्वर ने कहा कि बिना बिके वाहनों का स्टॉक तेजी से घटकर 44 से 46 दिन रह गया। पहले यह 53 से 55 दिन का था। यह मांग-आपूर्ति के बेहतर संतुलन को दर्शाता है। इस वजह से नवंबर में बिक्री बढ़कर 3,94,152 वाहन हो गई, जबकि एक साल पहले यह 3,29,253 वाहन थी।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के फायदों के अलावा शादियों के सीजन, ज्यादा इंतजार वाले मॉडलों की बेहतर आपूर्ति और कॉम्पैक्ट स्पोर्ट यूटिलिटी वाहनों के लगातार जोर से भी बिक्री में उछाल को मदद मिली।
दूसरी तरफ नवंबर में दोपहिया वाहनों की बिक्री में 3 प्रतिशत की गिरावट आई। साथ ही निर्माण उपकरणों की बिक्री में भी इस महीने 17 प्रतिशत की गिरावट आई। अलबत्ता समीक्षाधीन महीने के दौरान वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में 20 प्रतिशत, तिपहिया वाहनों में 24 प्रतिशत और ट्रैक्टरों में 57 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। त्योहारों के बाद का महीना होने के बावजूद इसी कारण से नवंबर में वाहनों की कुल खुदरा बिक्री पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 2 प्रतिशत बढ़कर 33 लाख पहुंच गई।
विघ्नेश्वर ने कहा, ‘नवंबर 2025 में त्योहार बाद की सामान्य सुस्ती का खास असर नहीं हुआ। बिक्री ने असामान्य रूप से अधिक तुलनात्मक आधार के बावजूद जोरदार प्रदर्शन किया। सामान्य तौर पर त्योहारों के बाद वाले महीने में वाहनों की खुदरा बिक्री में नरमी आती है। हालांकि इस साल त्योहारी सीजन के ज्यादातर पंजीकरण अक्टूबर 2025 में ही पूरे कर लिए गए थे।’